लखनऊ: संवाद समस्या का समाधान होता है, सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी संवाद कार्यक्रम के माध्यम से कोरोना की रोकथाम का संदेश देंगे।
जागरूकता के लिए सबका साथ जरूरी
कोरोना से लड़ाई में पक्ष-विपक्ष सभी को आगे आने की जरूरत है। सबका सहयोग लेने के लिए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री की तरफ से निर्णय लिया गया है। संवाद कार्यक्रम के माध्यम से राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से बातचीत होगी। सबकी भागीदारी को सुनिश्चित करने की भी योजना है। इसके साथ ही जिलों के एनआईसी के मुख्य केंद्र से भी वार्ता की जाएगी, आम लोगों के बीच जागरूकता और खतरे की रोकथाम का संदेश देना इस पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य है।
12 अप्रैल को सभी महापौरों, पार्षदों, चेयरमैनों समेत स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ होगा संवाद किया जायेगा। वहीं 13 अप्रैल को धर्मगुरुओं से बातचीत करके कोविड के प्रति जागरुकता फैलाने की अपील की जायेगी। सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी से संक्रमण पर लगाम लगाने की कोशिश में है। इस कार्यक्रम में टीकाकरण के लिए भी लोगों को जागरुक किया जाएगा।
यूपी में तेजी से बदल रही स्थिति
पिछले 24 घंटे के कोरोना आंकड़ों पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश से चौंकाने वाली बात सामने आती है। यहां कुल 12,787 नए केस सामने आए। राजधानी लखनऊ की स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही है, अकेले लखनऊ में ही 4059 संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। जबकि शहरवासियों में अभी भी इसको लेकर कम जागरूकता नजर आती है। इसीलिए लगातार मुख्यमंत्री की तरफ से लोगों के बीच जागरूकता फैलाने पर भी जोर दिया जा रहा है।