लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हर दिन अलग-अलग प्रयोग किए जा रहे हैं। लगातार सभी लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने का पालन करने की अपील हो रही है। अब सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने का निर्णय लिया है।
शहर में बनाए जाएंगे दो हजार आईसीयू बेड
बढ़ते खतरे और मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को भी बेहतर करने की कोशिश की जा रही है। इसी का परिणाम है कि लखनऊ में 2000 आईसीयू बेड तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। बलरामपुर अस्पताल में 300 बेड पर भर्ती शुरू हो जाएगी। वहीं अन्य अस्पतालों को भी दुरुस्त करने की पुरजोर कोशिश जारी है।
इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज और टीएस मिश्रा भी तैयार
शहर के अन्य बड़े अस्पताल जिनमें इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज, एरा मेडिकल कॉलेज और टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया जा रहा है। इन्हें पूरी तरीके से डेडीकेटेड अस्पताल बनाये जाने की तैयारी है।
एक व्यक्ति के संकल्पित होने पर 35 का टेस्ट
किसी भी क्षेत्र में अगर एक व्यक्ति कोरोना मरीज पाया जाता है तो 30 से 35 लोगों की टेस्टिंग की जाएगी। इसके लिए पूरी योजना बना ली गई है और जल्द ही यह एक्शन जमीन पर दिखाई देगा। यूपी के कई ऐसे जिले हैं, जहां लगातार स्थिति बिगड़ती जा रही है।
इन सभी जिलों में सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं, लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगाह कोरोना रोकथाम के उपायों पर लगी है। इसी के चलते रविवार को भी मुख्यमंत्री एक बड़ी बैठक कर सकते हैं।