लखनऊ: आजाद समाज पार्टी (ASP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने भारतखबर.कॉम से विशेष बातचीत में कहा है कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में जब दलित और पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों ने अपना अधिकार मांगा तो मुख्यमंत्री ने मुहं मोड़ लिया और पुलिस से उनपर लाठियां चलवाईं।
उन्होंने कहा, ‘हमारी बहन-बेटियों की हड्डी टूट गई, उन्हें कई जगह गंभीर चोटें आईं। ये सब तब हुआ जब वे मुख्यमंत्री के पास अपना संवैधानिक हक और अधिकार मांगने गए थे। अभ्यर्थी से सोच कर आए थे कि उन्हें नौकरी मिलेगी, रोज़गार मिलेगा लेकिन, उन्हें चोटे-लाठियां और गालियां मिलीं।’
जल्द टूटेगा सरकार का घमंड: चंद्रशेखर आजाद
वहीं विशेष बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने साफ़ कहा है कि ये अभ्यर्थी और प्रदेश की जनता आने वाले चुनावों में सरकार का घमंड तोड़ देगी। साथ ही उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में मानसून सत्र शुरू होने के साथ ही आजाद समाज पार्टी विधानसभा का घेराव करेगी और तब हमारी ताकत दिखाई देगी। उन्होंने कहा है, ‘यह सरकार हर वर्ग की विरोधी है, इस सरकार ने संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है। अब मुख्यमंत्री कह रहे कि गुमराह न हों, अब कोई गुमराह नहीं हो रहा है, अब सबको सबकुछ समझ आ रहा है। आने वाले चुनावों में ये समझदारी दिखाई देगी। जब ये लोग वोट मांगने आएंगे तब इनके घमंड चूर होंगे।’
दलित वोट के लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम का सहारा लेती है भाजपा
एएसपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि दलित वोटों के लिए भाजपा बाबासाहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम का सहारा लेती है लेकिन उनकी विचारधारा को नहीं मानती है। इसी तरह दूसरे दल भी अपने-अपने वोट को साधने के लिए प्रयास करते हैं। ब्राह्मण सम्मलेन भी इसी तरह का प्रयास है। उन्होंने कहा, ‘मैंने बहुजन समाज को एकजुट करने की प्रतिज्ञा ली है। मैं उनके वोटों की वैल्यू को उन्हें समझाऊंगा। उसे एकजुट करूंगा और उन्हें एकजुट करके उनकी ताकत को एकजुट करूंगा।’