लखनऊ। कोरोना के कारण अब बेहाल हो चुके उत्तर प्रदेश को अब राहतों की उम्मीद दिखाई देने लगी है। कोरोना के कम होते मामलों के बीच अब यूपी के 11 जिले ही ऐसे हैं जहां पर कोरोना का आंशिक कर्फ्यू बचा है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना के खिलाफ सतत अभियान चलाया हुआ है। इसका असर है कि कोरोना से बेहाल रहे यूपी के अब 64 जिलों को लॉकडाउन से सशर्त छूट मिल चुकी है। हालांकि कोरोना को देखते हुए अभी आयोजनों पर पहले की तरह ही प्रतिबंध रहेगा।
कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए यूपी सरकार ने मई से ही साप्ताहिक लॉकडाउन की शुरूआत की थी। पंचायत चुनावों के बाद आंशिक कोरोना कर्फ्यृ लागू कर दिया गया था। जिसमें लोगों को बाहर निकलने पर रोक थी। हालांकि इमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह ही संचालित थी। 8
मंगलवार का दिन कोरोना के लिहाज से राहतों भरा हुआ था। यूपी के किसी भी जिले में कोरोना ने सौ का आंकड़ नहीं छुआ। सबसे ज्यादा गौतमबुद्धनगर में 68 मामले आए। यूपी में 1317 ही केसा मिले। इसके अलावा करीब पांच जिले ऐसे हैं जहां पर सिर्फ एक-एक मामले मिले हैं। वहीं करीब चार जिले ऐसे हैं जहां पर मात्र दो दो मामले आए हैं।
कोरोना संक्रमण की दर लगातार कम हो रही है। अगर कोरोना का ग्राफ इसी तरह रहा तो करीब एक सप्ताह में पूरा यूपी आंशिक कोरोना कर्फ्यू से मुक्त हो जाएगा। लखनऊ की बात करें तो कोरोना के मामलों को देखते हुए व्यापारियों ने बाजारों को खोलने की मांग की है।
व्यापारियों का कहना है कि योगी सरकार के अनुसार 600 से कम आंकड़ों वाले जिलों को ही छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह नियम तर्कसंगत नहीं है। क्योंकि हर जिले की आबादी एक जैसी नहीं है। जहां ज्यादा आबादी है वहां पर ये केस ज्यादा होंगे ही। सरकार आबादी के अनुपात में नियम बनाए।