अयोध्या में इस बार दीपोत्सव में 15 लाख दीपक जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी हो रही है। वहीं दीपोत्सव में 8 देशों की रामलीला का भी आयोजन करने की तैयारी की जा रही है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे अयोध्या
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अक्तूबर को अयोध्या आ रहे हैं। वे दीपोत्सव के कार्यक्रम में शामिल होंगे। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला दीपोत्सव होगा जिसको ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। भगवान श्रीराम के लंका विजय कर वापस अयोध्या लौटने की खुशी में दीपोत्सव का आयोजन 2017 में योगी सरकार ने शुरू किया था। यह पहली बार होगा जब देश के प्रधानमंत्री दीपोत्सव के आयोजन का साक्षी बनने के लिए अयोध्या आ रहे हैं। नरेंद्र मोदी शाम को अयोध्या पहुंचेंगे। सबसे पहले पीएम 5:00 बजे रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे और राम मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति भी देखेंगे। 5:40 पर राम कथा पार्क में श्रीराम के राज्याभिषेक के साक्षी बनेंगे। 6:30 बजे मां शरीफ की आरती में शामिल होंगे। 6:40 पर राम की पैड़ी पर दीपोत्सव में हिस्सा लेंगे। 7:30 बजे ग्रीन और डिजिटल आतिशबाजी भी देखेंगे। पीएम के आने की खुशी में पूरी अयोध्या को सजाने का काम तेज कर दिया गया है। राम नगरी के हर चौक चौराहे को सजाया जा रहा है।
विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
इस बार दीपोत्सव में 15 लाख दीपक जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। दीपोत्सव भारत की लोक संस्कृति की झलक भी दिखेगी। इसके अलावा 8 देशों की रामलीला का भी आयोजन होगा। पीएम के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। आज मंगलवार को जहां मुख्य सचिव और प्रदेश के डीजीपी अयोध्या की तैयारियों का निरीक्षण करेंगे वहीं दोपहर में राम जन्मभूमि स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक भी होने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या आकर दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लेंगे। दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए शासन प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है।
आपको बता दें कि मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद 2020 व 2021 में हुए दीपोत्सव में भक्तों के उल्लास पर कोरोना संक्रमण ने पाबंदी लगा रखी थी। दीपोत्सव में आम लोगों के आने पर मनाही थी। इस बार न तो कोरोना काल है और न ही कोई बंदिश। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी के भी दीपोत्सव में आने से दीपोत्सव को अलौकिक व अद्वितीय बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। अयोध्या को सजाने व संवारने का काम तेज हो गया है। राम की पैड़ी के आसपास के मंदिरों को एक रंग में रंगा जा रहा है।