UP News: बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान में आयोजित बासमती बीज वितरण मेला एवं किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर भारत के 6 प्रदेशों से लगभग 500 किसानों ने भाग लिया।
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45 लाख रुपये का बिका बीज
इस आयोजन में पहले ही दिन लगभग 45 लाख रुपये का बीज बिका है। हरियाणा और पंजाब के किसानों ने रात से ही डेरा डाल दिया था और मेरठ के प्रसिद्ध बीज को लेने के लिए होड़ लगी रही। सुबह 5 बजे से कूपन मिलना शुरू हो गया था और रात 8 बजे तक किसानों ने बीज खरीदा। इस दौरान एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
वैज्ञानिक ने दी जानकारी
मेले एवं गोष्ठी का शुभारंभ केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र कुमार ने फीता काट कर किया। इस दौरान बासमती की प्रदर्शनी भी लगाई गई और गोष्ठी में किसानों की जिज्ञासा का समाधान वैज्ञानिकों के द्वारा किया गया।
मुख्य वक्ता डॉ देवेंद्र सिंह ने बीज उत्पादन को विस्तार से बताया। मुख्य वैज्ञानिक डॉ अनुपम दीक्षित ने सभी का स्वागत करते हुए बीज की गुणवत्ता की जांच करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रधान वैज्ञानिक डॉ रितेश शर्मा ने बासमती धान की विभिन्न समस्याओं के समाधान पर चर्चा करते हुए निर्यात के लिए बासमती उत्पादन की तकनीक विस्तार की किसानों को जानकारी दी।
वहीं डॉ राजेंद्र सिंह, डॉ गोपाल सिंह, राहुल यादव, मंडलीय कृषि विपरण अधिकारी, डॉ संतोष कुमार सचान, पूर्व निदेशक ने विस्तार से अपने व्याख्यान दिए।
इन बासमती किस्मों की रही मांग
मुख्य रूप से पूसा बासमती 1718, पूसा बासमती 1692, पूसा बासमती 1509 की विशेष मांग रही। विदित हो को BEDF बीज देश के सर्वश्रेष्ठ बीज होते है जिनकी काफी ज्यादा मांग रहती है।