सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं। वह निरंतर जिलों के दौरे पर हैं। सोमवार को मुजफ्फरनगर में निरीक्षण करने के बाद सीएम सहारनपुर पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी के सहारनपुर पहुंचने पर गन्ना मंत्री सुरेश राणा, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी, बीजेपी जिलाध्यक्ष महेंद्र सैनी, पूर्व सांसद राधव लखनपाल, देवबंद विधायक कुंवर बृजेश सिंह और पूर्व विधायक राजीव गुंबर ने उनका स्वागत किया।
हर शिकायत पर तत्काल करें कार्रवाई: सीएम
सीएम योगी ने जिले में पहुंचने पर कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान कमिश्नर, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया कि कोविड सेंटर में आने वाली हर शिकायत व परेशानी पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई होनी चाहिए।
सहारनपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर के जिला अधिकारी कार्यालय में बने कोविड-19 कमांड सेंटर का निरीक्षण किया और जिले में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। pic.twitter.com/MrlQJm0TiX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2021
इसके बाद सूबे के मुखिया ने जिले की स्वास्थ्य सेवाओं व विकास कार्यों और वर्तमान स्थिति को लेकर जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान जिले के बीजेपी प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी के सामने एकमत से मेडिकल कॉलेज को एम्स का दर्जा दिलाए जाने की मांग की। उन्होंने वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति असंतुष्टि भी जताई।
मुख्यमंत्री ने बढ़ाया सभी का हौसला
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोविड सेंटर में हर अधिकारी और कर्मचारी से बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने सभी से कहा कि, आप लोग यहीं से बैठकर कोरोना संक्रमण को कंट्रोल कर सकते हैं। यहां हुई किसी भी प्रकार की लापरवाही सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, आप लोग जिम्मेदार हैं और उसी तरह अपनी जिम्मेदारी निभाएं और हर मरीज को बेहतर इलाज दिलाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग वाले भाग में पहुंचकर कहा कि, इस समय डॉक्टर मरीजों का दिल से इलाज कर रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि यहां पर ड्यूटी देने वाले डॉक्टर और अन्य कर्मचारी कोई भी लापरवाही नहीं करेंगे।
कोविड सेंटर की जिम्मेदारी सबसे अहम
सीएम योगी ने कोविड सेंटर में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि, यहां ज्यादातर होम आइसोलेट मरीजों और उनके स्वजनों के फोन आते हैं। ऐसे में जरूरी है कि होम आइसोलेट मरीजों का अधिक और बेहतर ध्यान रखा जाए। यदि किसी को घर पर ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है तो उसे तत्काल उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि, किसी भी पेशेंट को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।