लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शनिवार को पहले चरण के मतदान खत्म तो हो गए लेकिन कई बूथों पर दोबारा मतदान की मांग की जा रही है। जिन जगहों पर मांग की बात की जा रही है वहां पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजे पत्र में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर और कुलदीप पति त्रिपाठी ने शिकायत की है। पत्र में कहा गया है कि छपरौली विधान सभा के बूथ नंबर 35, 36, 37 पर आरएलडी ने कब्जा किया. वहीं बड़ौत के बूथ नंबर 115, शिकोहाबाद के बूथ नंबर 192 पर भी कब्जा किये जाने की रिपोर्ट उन्हें मिली है।
पत्र में खेरागढ़ के बूथ नंबर 197 पर बीएसपी समर्थकों द्वारा कब्जा किए जाने की शिकायत भी की लिखी गई है। पत्र के माध्यम से भाजपा ने सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग भी आयोग से की है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ, चुनाव आयोग द्वारा प्राप्त आंकडों के मुताबिक पहले चरण में 63 प्रतिशत मतदान हुए। प्रदेश के 15 जिलों के 73 विधानसभा सीटों के लिए हुए मतदान में करीब 870 प्रत्याशियों का भविष्य मतदाताओं ने वोटिंग मशीन में कैद कर दिया है।चुनाव के इस पहले ही चरण में ही कई सूरमाओं की परीक्षा भी हुई है। आज से एक माह बाद 11 मार्च को इन दिग्गजों पर जनता का फैसला आएगा।
यूपी चुनाव की घोषणाएं होने के पहले से ही पश्चिम यूपी के कैराना पर सम्पूर्ण देश की निगाहें बनी हुई हैं। कैराना से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाने वाले भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा को इन सीटों पर काउंटर पोलराइजेशन का भरोसा है। मृगांका के सामने उनके ही चचरे भाई अनिल चौहान आरएलडी से खड़े हैं। ऐसे में हुकुम सिंह के लिए ये चुनौती वाली बात ही होगी कि वे साबित करें कि उनके उठाए मुद्दे का लोगों की तरफ जनता का समर्थन है। वहीं मुजफ़्फरनगर दंगों में आरोपी सरधना से बीजेपी विधायक संगीत सिंह सोम और थानाभवन से सुरेश राणा का भी चुनाव जीतना या हारना बहुत हद तक प्रतीकात्मक होगा।