लखनऊः साल 2022 राजनीतिक दलों के लिए बेहद अहम होने वाला है, क्योंकि देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों के अलावा निर्वाचन आयोग ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। पिछले 28 जुलाई को गोवा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की केंद्रीय चुनाव आयोग के साथ समीक्षा बैठक हुई।
बैठक में मिले निर्देशों के बाद अब यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ल आगमी 3 या 4 अगस्त को चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने के लिए सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करेंगे।
अगले साल 5 राज्यों में हैं चुनाव
देश के पांच राज्यों में विधानसभा का कार्यकाल अगले साल समाप्त हो रहा है। मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च को, गोवा का 15 मार्च को, उत्तराखंड का 23 मार्च और पंजाब का 27 मार्च को कार्यकाल समाप्त हो रहा है। वहीं, जबकि यूपी विधानसभा का कार्यकाल 14 मई को पूरा हो रहा है। ऐसे में यूपी छोड़कर अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव मार्च में करवाना चाहिए। इसलिए निर्वाचन आयोग इन चार राज्यों के साथ यूपी चुनाव भी साथ में करवाना चाहता है।
6 चरणों में हो सकता है यूपी विस चुनाव
अन्य राज्यों की तुलना में यूपी विधानसभा का चुनाव कंडक्ट कराना थोड़ा ज्यादा मुश्किल हैं। माना जा रहा है कि यहां फरवरी से अप्रैल के बीच 6 चरणों में चुनाव प्रकिया संपन्न की जायेगी। बाकि बचे चार राज्यों में चुनाव एक ही चरण में समाप्त हो सकते हैं। चुनाव की तैयारियां को देखते हुए निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में मतदान केंद्रों और पोलिंग बूथों के चिन्हांकन और उसके बाद मतदाता सूची के पुनरीक्षण के कार्यक्रम को अंतिम रुप दिया जा रहा है।
अक्टूबर से दिसंबर तक वोटर लिस्ट रीविजन
अगस्त और सितंबर में चलाए जाने वाले अभियान में पोलिंग बूथ व मतदान केंद्रों में बदलाव के दौरान बुजुर्गों, दिव्यांगों की सुविधा के बारे में देखा जायेगा। इस दौरान राजनीतिक दलों से भी सुझाव व आपत्तियां ली जाएंगी और उनका निराकरण किया जायेगा। जिसके बाद अक्टूबर से दिसंबर के बीच वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण का काम चलेगा।
खास बात ये है कि इस बार वोटर लिस्ट में महिलाओं, युवाओं व दिव्यांगों को शामिल करने पर खास जोर रहेगा। इसके अलावा 1 जनवरी 2022 तक 18 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले नए मतदाताओं का नाम भी शामिल होगा।
अगले साल जनवरी में पब्लिश होगी रिवाइज्ड वोटर लिस्ट
जनवरी के पहले सप्ताह में वोटर लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट प्रकाशित कर दिया जाएगा। यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि वह सभी जिलाधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक करेंगे और उनसे पोलिंग बूथों व मतदान केन्द्रों के बदलाव के बारे में सुझाव और आपत्तियां लेंगे। केंद्रीय चुनाव आयोग से आदेश मिलने पर वोटर लिस्ट का विशेष पुनरीक्षण अभियान शुरू होगा, हमारी कोशिश रहेगी कि किसी भी एलिजिबल वोटर का नाम लिस्ट में छूटने न पाए।