धर्म

सावन का दूसरा सोमवार आज, ऐसे करें  भोलेनाथ को  प्रसन्न  

sawan.jpg 3 सावन का दूसरा सोमवार आज, ऐसे करें  भोलेनाथ को  प्रसन्न  
आज सावन का दूसरा सोमवार है। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्तों ने व्रत रख शिव का आराधना शुरू कर दी है। सावन मास के सोमवार बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
आज शिव भक्त ऐसे करें भोलेनाथ को प्रसन्न
सावन के महीने में यूं तो चारों और भगवान शिव के ही जयकारे लगे हुए हैं। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। मान्यता है कि सावन मास में भगवना शिव माता पार्वती के साथ पृथ्वी भ्रमण पर निकलते हैं। सावन के सोमवार काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। सावन में सोमवार की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। सोमवार का दिन भगवान शिव का पसंदीदा दिन होता है। इस दिन भक्त शिव को खुश करने के लिए उनकी पसंदीदा चीजों का भोग लगाते हैं। आज सावन का दूसरा सोमवार है। मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ लगी हुई है।
आज के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष संयोग 
सावन मास के सोमवार को भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत उत्तम माना गया है। सावन सोमवार पर भगवान शिव का अभिषेक और श्रृंगार किया जाता है। आज के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष संयोग भी बन रहा है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन यानी श्रावण मास 25 जुलाई 2021 को आरंभ हुआ था। सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई 2021 को था। आज सावन का दूसरा सोमवार है। पंचांग के अनुसार आज नवमी की तिथि और और कृत्तिका नक्षत्र रहेगा। वहीं चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करेगा।
दूसरे सोमवार में शिव की पूजा से बढ़ेगा मान-सम्मान
वैसे तो सोमवार का हर दिन शिव की भक्ती के लिए अति उत्तम होता है। लेकिन सावन का दूसरा सोमवार भगवान शिव की पूजा और अराधना के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। सावन के दूसरे सोमवार  में शिवजी का अभिषेक करने से जीवन में मान सम्मान में वृद्धि होती है और बाधाएं और परेशानियों से मुक्ति मिलती है। आज के दिन शिव आरती और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। भगवान शिव का श्रद्धा के साथ श्रृंगार करें और भोलेनाथ की प्रिय चीजों का उन्हें भोग लगाएं। शिव भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग, जल और दूध अर्पित करें।, महादेव को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम माना गया है। सच्चे मन से शिव जी की पूजा से अमोघ फल की प्राप्ति होती है।

Related posts

Ganga Dussehra 2021: 20 जून को गंगा दशहरा, जाने शुभ मुहूर्त और पूजा करने की विधि

Saurabh

Aaj Ka Panchang: 19 मई 2022 का पंचांग, जानिए गुरूवार का राहुकाल और शुभ मुहूर्त

Rahul

क्यो कहते हैं भगवान महावीर को सत्य और अंहिसा का पुजारी

mohini kushwaha