रंग बिरंगे कपड़े और मुखौटों का ये नृत्य जल्द ही देवभूमि उत्तराखंड में भी देखने को मिलेगा।
क्योंकि आने वाले दिनों में उत्तराखंड का पर्यटन विभाग उत्तराखंड कार्निवाल का आयोजन
करने का मन बना रहा है।जहां पर गीत संगीत के साथ पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता का चित्रण किया जाएगा।
उत्तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के एम जोसफ बनेंगे सुप्रीम कोर्ट के जज,आज होगा शपथ ग्रहण
सूबे में पर्यटन को उद्योग का दर्ज दिए जाने के बाद से पर्यटन विभाग अब सक्रिय भूमिका में आ गया है
सूबे में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार लगातार काम कर रही है।सूबे में पर्यटन को उद्योग का दर्ज दिए जाने के बाद से पर्यटन विभाग अब सक्रिय भूमिका में आ गया है।सूबे में गोआ,हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड कार्निवाल का आयोजन करने की बात की जा रही है।इस आयोजन को लेकर विभाग अभी से तैयारियों से जुटा हुआ है।सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की माने तो इस आयोजन से जहां पर्यटन का बढ़ावा मिलेगा।वहीं पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता से लोग रूबरू भी होंगे।
कार्निवाल को पर्यटन विभाग कई तरह से तैयारियों में लगा हुआ है
उत्तराखंड कार्निवाल को पर्यटन विभाग कई तरह से तैयारियों में लगा हुआ है।विभाग इसमें गोआ और हिमाचल की तर्ज पर करने की बात कर रहा है।देखा जाए तो उत्तराखंड में अलग-अलग कई शैलियों में पारम्परिक नृत्य और पहनावा है।इस कार्निवाल में इन सभी का प्रदर्शन किया जाएगा।लोक संगीत और उत्तराखंड के वाद्य संगीत की भी अवधारणा को इस कार्निवाल में रखा जाएगा।
कार्निवाल के जरिए पर्यटन विभाग।उत्तराखंड की संस्कृति और सभ्यता को प्रदर्शित करने का मन बना रहा है
उत्तराखंड के पारम्परिक भोजन और खाद्य को भी शामिल किया जाएगा।
इस कार्निवाल के जरिए पर्यटन विभाग।उत्तराखंड की संस्कृति और
सभ्यता को प्रदर्शित करने का मन बना रहा है।
सूबे में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिए जाने के बाद से ही पर्यटन विभाग
इसको लेकर बड़े प्रयास कर रही है।
पर्यटकों की आमद अपने नए क्षेत्रों में बढ़ाने के लिए जहां विभाग इस तरह के कार्यक्रमों को अंजाम दे रहा है।
वहीं विभाग द्वारा ऐसे कार्यक्रमों के जरिए लोक संस्कृति को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जा रहा है।