सीबीएसई के दसवीं के गणित के पेपर लीक मामले का खुलासा हो गया है कि पेपर कहां से और किसने लीक किया था। 10वीं का गणित का पेपर भी हिमाचल प्रदेश के ऊना से लीक हुआ था और मामले के मुख्य आरोपी राकेश कुमार की रिश्ते में भाभी अंजू बाला, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ऊना शाखा के मैनेजर शेरू राम और हेड कैशियर ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया जा चुका है। राकेश कुमार डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल में कॉमर्स और अर्थशास्त्र विषय का अध्यापक है। राकेश को पहले ही 12 वीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीकर करने के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। सीबीएई के कई दिशानिर्देशों का पालन किया गया है बाकी तीन लोगों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।
फिलहाल अब तक की जांच में मामले में सीबीएसई के किसी भी कर्मचारी की भूमिका सामने नहीं आई है और ना ही प्रश्नपत्र लीक किए जाने कि बदले पैसे लेने की कोई बात सामने आई है।
23 मार्च को दसवीं के कंप्यूटर साइंस की परीक्षा वाले दिन राकेश जब यूनियन बैंक से प्रश्नपत्र लाने गया था तभी उसने स्ट्रांग रूम से 12वीं के अर्थशास्त्र विषय व दसवीं के गणित विषय का एक-एक प्रश्नपत्र चोरी कर लिया था। अर्थशास्त्र की परीक्षा 26 मार्च को होनी थी और गणित की 28 को। राकेश ने 23 मार्च की शाम ही दोनों विषयों के प्रश्नपत्र को वाट्सएप के जरिये लीक कर दिया था। संयुक्त आयुक्त (क्राइम ब्रांच) आलोक कुमार के मुताबिक सात अप्रैल को क्राइम ब्रांच ने राकेश समेत डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के क्लर्क अमित शर्मा व चपरासी अशोक को गिरफ्तार कर अर्थशास्त्र विषय का प्रश्नपत्र लीक होने की गुत्थी सुलझाई थी। उस केस में राकेश को मुख्य आरोपित बनाया है। इस केस में भी उसकी दोबारा गिरफ्तारी की गई है। अंजू बाला फिरोजपुर (पंजाब) की रहने वाली है। वैसे मूलरूप से वह उत्तराखंड की है। 35 वर्षीय शेरू राम व 58 वर्षीय ओम प्रकाश दोनों कांगड़ा जिले के रहने वाले हैं।