गोरखपुर: जिले में 200 से ज्यादा गांवों में पेयजल का परीक्षण किया गया था। जांच में 20 फीसदी से अधिक सैंपल में हानिकारक वैक्ट्रीरिया की पुष्टि हुई है। जिन गांवों के पानी में वैक्ट्रीरिया की पुष्टि हुई है वहां डायरिया, कालरा और इंसेफ्लाइटिस बीमारियों का डर है। विभाग पानी को शुद्ध करने के लिए जोर दे रहा है।
कई सैंपल के पानी में काले रंग की पुष्टि हुई। काले रंग का पानी लगभग 37 सैंपल में मिला है। इस काले रंग के पानी में खतरनाक वैक्ट्रीरिया की मौजूदगी दर्ज की गई है।
सैंपल में 10 गांवों के 100 गांवों का पानी सही भी पाया गया। इन 100 गांवों में पानी की शुद्धता देखने को मिली।
अभी तक 408 सैंपल में वैक्टीरिया की पुष्टि हुई है। अबतक 2 हजार सैंपल की रिपोर्ट आई है। प्रदूषित जल वाले गांवों के नलों में ब्लीचिंग पाउडर और लाल दवा का घोल डाला जाएगा।