बिहार। लोकसभा चुनावों के बाद से देश की सरकार में बड़ा हिस्सा नहीं नहीं मिलने से आंतरिक तौर पर चल रही नाराजगी अब बाहर आने को बेताब है। चर्चा है कि बिहार में पुलिस को आदेश मिला है कि आरएसएस सहित उसके सहयोगी संगठनों की जांच कर उसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपे।
विशेष शाखा के पुलिस अधीक्षक ने सभी क्षेत्रीय पुलिस उपाधीक्षकों और सभी जिला विशेष शाखा पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एक हफ्ते में आरएसएस और उससे जुड़े सहयोगी संगठनों की पूरी जानकारी जुटाएं। इन संगठनों के पदाधिकारियों के नाम, पता, दूरभाष और व्यवसाय के बारे में जानकारी मांगी गई है। बता दें कि आरएसएस को भारतीय जनता पार्टी का वैचारिक संरक्षक कहा जाता है। इसकी स्थापना 27 सितंबर 1925 को डॉ केशव हेडगेवार ने की थी। इस समय इसके सरसंघचालक मोहन भागवत हैं।
पत्र में आरएसएस समेत 19 संगठनों के नाम हैं। जिनमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू महासभा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी शामिल हैं। वहीं इस मामले में सरकार का कहना है कि ये एक रुटीन प्रक्रिया है।