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21 जून को सूर्यग्रहण के साथ ही खत्म हो जाएगी दुनिया, क्यों किया जा रहा दावा?

pralaye 1 21 जून को सूर्यग्रहण के साथ ही खत्म हो जाएगी दुनिया, क्यों किया जा रहा दावा?

जब से दुनिया में कोरोना नाम की महामारी आयी है। तब से लोगों का ध्यान आसमान पर घटने वाली घटनाओं और आध्यात्मिका की तरफ बढ़ता ही जा ही है। क्योंकि जिस तरह की आफत से दुनिया गुजर रही है। उसे देखकर साफ कहा जा सकता है कि, प्राकृतिक इंसान से इस मुसीबत के जरिए बदला ले रही है। इस बीच लोग पुरानी धार्मिक कहानियों और भविष्यवाणियों के जरिए नये से नये दावे कर रहे हैं। ऐसी ही एक दावा 21 जून को सूर्य ग्रहण के दिन दुनिया खत्म होना का भी दावा किया जा रहा है।

praleye 2 21 जून को सूर्यग्रहण के साथ ही खत्म हो जाएगी दुनिया, क्यों किया जा रहा दावा?छ लोगों की कहना है कि, कोरोना महासंकट के बीच 21 जून को यह दुनिया खत्‍म हो जाएगी। उन्‍होंने कहा कि कोरोना महासंकट के बावजूद अभी सबसे खराब समय आना बाकी है। इस ताजा दावे के बाद कई लोग डरे हुए हैं और इंटरनेट पर अफवाहों का बाजार गरम हो गया है।
दुनिया के खात्‍मे की बात ग्रेगोरिअन कैलेंडर के आधार पर की जा रही है जिसे 1582 में लागू किया गया था।

उस समय साल से 11 दिन कम हो गए थे। ये 11 दिन सुनने में तो बहुत कम लगते हैं कि लेकिन 286 साल में यह लगातार बढ़ता गया है। दुनियाभर में चल रही साजिशों पर नजर रखने वाले कुछ लोगों का दावा है कि हमें वर्ष 2012 में होना चाहिए। लेकिन नहीं हुई।

इस अफवाह को सबसे ज्यादा हवा वैज्ञानिक पाओलो तगलोगुइन के ट्वीट से हुई जिसमें उन्होंने कहा कि जुलियन कैलेंडर को अगर फॉलो करें तो हम तकनीकी रूप से वर्ष 2012 में हैं।
ग्रेगोरिअन कैलेंडर में जाने से हमें एक साल में 11 दिनों का नुकसान हुआ। ग्रेगोरिअन कैलेंडर को लागू हुए 268 साल (1752-2020) बीत चुके हैं। इस तरह से अगर 11 से गुणा करें तो 2948 दिन होते हैं। 2948 दिन बराबर 8 साल होते हैं। हालांकि बाद में वैज्ञानिक पाओलो ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।क्योंकि उनकी ये बात झूठी निकल चुकी है।

वैज्ञानिक पाओलो के ट्वीट के बाद अब लोगों का कहना है कि 21 जून 2020 दरअसल, 21 दिसंबर, 2012 है।2012 में भी इस तरह के दावे किए गए थे कि 21 दिसंबर को दुनिया का अंत हो जाएगा। दरअसल, इस पूरे दावे की शुरुआत उस दावे से हुई जिसमें कहा जा रहा था कि सुमेरिअन लोगों ने एक ग्रह नीबीरु की खोज की थी।

निबिरू ग्रह अब पृथ्‍वी की ओर बढ़ रहा है। सबसे पहले दावा किया गया था कि मई 2003 में दुनिया का खात्‍मा हो जाएगा लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो इसकी डेट बढ़ाकर 21 दिसंबर 2012 कर दी गई। और अब 21 जून बताई जा रही है।

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फिलहाल ये अफवाह ज्यादा कुछ भी नहीं है क्योंकि इस बात का समर्थन फिलहाल तो कोई करता हुआ नहीं दिख रहा है। इसलिए आप भी इस अफवाह से दूर रहें। क्योंकि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है।

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