प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आज सुबह सबोधिंत किया और उसमें देश को चौका देने वाला फैसला लिया। दरअसल पीएम मोदी ने अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया। जो देश के किसानों के लिए राहत की है। क्यो कि पिछले एक साल से किसान यूपी दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं। ये एलान होते ही पंजाब में खुशी का माहौल बन गया। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में पंजाब सिरमौर बना था। गुरु पर्व पर पीएम के एलान पर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट किया कि गुरु नानक जयंती के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांगों को मानने और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार किसानी के विकास के लिए मिलकर काम करती रहेगी।
वहीं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने इसे किसान संगठनों की जीत बताया हालांकि आज भी वे पंजाब सरकार को नसीहत देने से भी नहीं चूके। सिद्धू ने ट्वीट किया कि काले कानूनों को निरस्त करना सही दिशा में एक कदम है। किसान मोर्चा के सत्याग्रह को ऐतिहासिक सफलता मिली है। उनके बलिदान ने लाभांश का भुगतान किया है। पंजाब में एक रोड मैप के माध्यम से खेती को पुनर्जीवित करना पंजाब सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
वहीं भारतीय किसान यूनियन उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि यदि मीडिया में आ रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान सत्य है तो यह ठीक है लेकिन यह पहले किया जाना चाहिए था । प्रधानमंत्री बिजली बिल और एमएसपी पर भी किसानों के पक्ष में फैसला करके उसका निपटारा करें। उन्होंने कहा कि यह किसानों के संघर्ष की जीत है। शहीद हुए किसानों को याद करते उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए उनकी जत्थेबंदी अपना संघर्ष जारी रखेगी।