संवाददाता, नई दिल्ली। तेलंगाना में एक सीट ऐसी है जहां पर उम्मीदवारों की संख्या इतनी अधिक है कि वहां ईवीएम से चुनाव नहीं कराया जा सकता। तेलंगाना की निजामाबाद सीट पर इस बार मतदान ईवीएम से नहीं बल्कि मतपत्र से होगा। इस सीट से कुल 185 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिससे चुनाव आयोग के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। इतने ज्यादा उम्मीदवार होने की वजह से 11 अप्रैल को होने वाले मतदान में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
चुनाव आयोग के मुताबिक फॉर्म 7ए मिलने के बाद हम मतपत्र की छपाई का काम शुरू कर देंगे। दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता इस सीट से मैदान में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी मधु गौड़ याशखी और भाजपा प्रत्याशी धर्मापुरी अरविंद से है। मगर फसलों के लिए बेहतर मुआवजे की मांग कर रहे 178 किसानों ने ध्यान आकर्षित करने के लिए निर्दलीय पर्चा भर दिया है। जानकारी के मुताबिक किसानों की योजना तो कम से कम एक हजार पर्चे भरने की थी।
दिल्ली भी पीछे नहीं
- 102 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे 1991 के चुनावों में इसी सीट से .
- 122 उम्मीदवार पूर्वी दिल्ली से खड़े हुए थे 1996 के चुनावों में .
50 पन्नों का मत पत्र
- 480 उम्मीदवार खड़े हुए थे नालगोंडा सीट पर 1996 में
- 50 पन्नों की पूरी किताब जैसा मत पत्र तैयार हुआ था उस समय
- 477 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी इनमें से
- 456 उम्मीदवार कर्नाटक की बेलगाम सीट से खड़े हुए थे
आखिर मतपत्र से मतदान क्यों
- 64 उम्मीदवारों के नाम ही शामिल हो सकते हैं एक ईवीएम में
- इससे ज्यादा उम्मीदवार होने पर चुनाव आयोग कागज के मतपत्र पर चुनाव कराने को बाध्य होगा
- 15 लाख के करीब वोटर हैं निजामाबाद लोकसभा सीट पर
- LiveHindustan से साभार