आगरा: विश्व की खूबसूरत इमारत में शुमार ताजमहल में बादशाह शाहजहां का 363वां उर्स आज शुक्रवार से शुरू हुआ हो गया है। तीन दिवसीय उर्स की आज गुस्ल की रस्म अदायगी हुई, जिसमें शाहजहां और मुमताज की असली कब्र पर दुआ पढ़ी गयी। उर्स के दौरान ही शाहजहां-मुमताज की असली कब्र के दीदार होते हैं। जिसमें जायरीनों के अलावा देशी-विदेशी अकीदतमंदों की भीड़ भी रहती है। उर्स के दौरान तीन दिन तक ताजमहल नि:शुल्क रहेगा।
उर्स के मौके पर ताजमहल स्थित शाहजहां मुमताज की असली मजार पर करीब 8.50 मीटर लंबी सतरंगी चादर चढ़ाई जाती है, जो शनिवार को लंगर के दौरान चढ़ाई जायगी। वहीं, ताजमहल के दक्षिण गेट पर शहनाई और मुख्य गुम्बद पर की महफिल सजेगी। उर्स के तीन दिन तक ताजमहल के प्रवेश लेने के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। इसके लिए भारतीय पुरातत्व विभाग ने दिशा निर्देश जारी किया है। उर्स के दौरान ताजमहल में तीन दिन तक पर्यटकों व अकीदतमन्दों का जमावड़ा लगता है। हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर ताजमहल में किसी भी प्रकार का खाना व अन्य सामान ले जाने की अनुमित नहीं है।