नई दिल्ली : भारत और विंडीज के बीच खेली जा रही पांच मैचों की वनडे सीरीज रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है. सीरीज का आखिरी मैच भारत का साल 2018 का आखिरी वनडे मुकाबला भी है, जो कि गुरूवार को तिरुवनंतपुरम के ग्रीन फील्ड मैदान पर खेला जाएगा.
सीरीज में 2-1 से आगे भारत
भारतीय टीम अभी इस सीरीज में 2-1 से आगे है और इस मुकाबले को जीत कर सीरीज के साथ-साथ साल का अंत भी सुखद करना चाहेगी. मुंबई में 224 रनों की विशाल जीत के साथ भारत के हौसले बुलंद हैं और ऐसे में टीम की कोशिश विंडीज के खिलाफ लगातार 8वीं सीरीज जीतने की होगी.
विंडीज टीम भी वापसी करेगी
हालाकि विंडीज की टीम भी वापसी करने की कोशिश करेगी. इस मैदान पर पहली बार वनडे मुकाबला(दूसरा अंतरराष्ट्रीय मैच) खेला जा रहा है इससे पहले भारत और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र टी 20 खेला गया था. भले ही भारतीय टीम यहां से सीरीज हार नहीं सकती लेकिन विंडीज के खिलाफ किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहेगी.
भारत को हराना आसान नहीं होगा, कप्तान विराट कोहली ने जहां पहले तीन मैच में शतक जड़ा तो वहीं रोहित शर्मा के बल्ले से भी दो शतक आ चुके हैं. चौथे नंबर पर अंबाटी रायुडु ने पिछले मुकाबले में शतकीय पारी खेल टीम की परेशानी को हल कर दिया है.
भारत के लिए चिंता की बात महेंद्र सिंह धोनी का फॉर्म है जो लगातार गिरावट का रुख अपनाए हुए है. हालाकि टीम मैनेजमेंट विश्व कप से पहले अब कोई बदलाव नहीं करना चाहेगी. गेंदबाजी में खलील अहमद ने पिछले मैच में तीन विकेट लेकर काफी प्रभावित किया था.
उनके साथ भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जड़ेजा तथा कुलदीप यादव ने अच्छा साथ दिया. टीम में दोनों विभागों में अच्छा किया था इस लिहाज से प्लेइंग इलेवन में में बदलाव की संभावना कम ही दिख रही है. वहीं विंडीज की बात की जाए तो बल्लेबाजी में उसकी उम्मीदें शाई होप और शिमरोन हेटमायेर से हैं. इन दोनों बल्लेबाजों के दम पर ही मेहमान टीम दूसरा मैच टाई और तीसरा मैच जीतने में सफल रही थी.
एक बार फिर कप्तान जेसन होल्डर इन दोनों पर निर्भर होंगे. गेंदबाजी में टीम केमरन रोच और कीमो पॉल के दम पर है, लेकिन एशले नर्स भारत के लिए सिर दर्द साबित हो सकते हैं. वहीं कप्तान होल्डर के जिम्मे भी बड़ी जिम्मेदारी है.