एजेंसी, नई दिल्ली। चुनावों के दौरान में कई प्रकार से एक दूसरे को सहयोग देने की बातें की जा रहीं हैं। कुछ इमोशनल तो कुछ जज्बाती हो रहें हैं। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने इस बार लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है। उनके इस निर्णय पर बीजेपी के ही समर्थकों में हैरानी है तो कुछ लोग चुनाव लड़ने के लिए अपील कर रहे हैं।
मेरे चुनाव ना लड़ने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता लेकिन श्री नरेंद्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में हम सब जी जान लगा देंगे। सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय हैं। वह ट्विटर पर शिकायत मिलते ही विदेश मंत्रालय से जुड़ीं पासपोर्ट आदि समस्याओं का समाधान करतीं हैं।
-सुषमा स्वराज
वर्तमान में विदिशा सीट से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj)लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही हैं. वे इस क्षेत्र से 2009 से लगातार दो चुनाव जीती हैं. सुषमा से पहले शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chauhan) इस क्षेत्र से सांसद रहे हैं. उन्होंने इस क्षेत्र से 1991 का उपचुनाव और उसके बाद लगातार चार चुनाव जीते. सन 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ( )ने इस सीट से चुनाव जीता था. उन्होंने यह सीट छोड़ी तो यह शिवराज सिंह का गढ़ बन गई.विदिशा क्षेत्र बीजेपी का गढ़ होने के कारण कांग्रेस 1989 से इस सीट पर पराजित होती आ रही है. कांग्रेस इस सीट पर सिर्फ 1980 और 1984 में जीत हासिल कर सकी. विदिशा लोकसभा क्षेत्र (Vidisha Loksabha constituency) सन 1967 में अस्तित्व में आया था. सन 1967 का चुनाव देश की चौथी लोकसभा के लिए हुआ था।