नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार केंद्र सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगा रही थी साथ ही इस बात का भी दावा कर रही थी कि उसकी सत्ता के दौरान भी सेना ने ऐसी ही सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।वहीं इस मामले पर बात करते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्वीकार किया कि सेना ने पहले भी इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम दिया है लेकिन वो एक खास टारगेट वाले और सीमित क्षमता बाले स्ट्राइक थे।
दरअसल, संसदीय समित की बैठक के दौरान सांसदों ने विदेश सचिव एस जयशंकर से पूछा कि क्या सेना ने इससे पहले किसी सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है? जिसके जवाब जयशंकर ने कहा कि सेना ने छोटे स्तर पर एलओसी के पार इस तरह के ऑपरेशन को किया है। बता दें कि ये ऐसा पहला मौका है जब सरकार ने सार्वजिनक तौर पर पहले किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की बात कबूली है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने यूपीए सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक के दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया था वहीं विदेश सचिव एस जयशंकर का सर्जिकल स्ट्राइक को किया गया खुलासा काफी महत्वपूर्ण है। 28 सितंबर को भारत द्वारा पीओके में घुसकर लगभग 50 से ज्यादा आतंकिओं को ढेर कर दिया था जिसके बाद से लगातार कांग्रसे पार्टी द्वारा इस बात का दावा किया जा रहा है कि उसकी सरकार के दौरान भी इस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया जा चुका है।