नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पटियाला कोर्ट में अपने खिलाफ चल रहे मानहानि मामले को लेकर रोक लगाने की याचिका दाखिल की थी जिस पर बुधवार को हाई कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। बता दें कि केजरीवाल ने पटियाला कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है जिसमें कहा गया था कि कोर्ट तब तक इस मामले की सुनवाई नहीं टाल सकती जब तक हाई कोर्ट 10 करोड़ के सिविल मानहानि मामले में सुनवाई में कोई फैसला नहीं सुनाता।
बता दें कि जेटली ने केजरीवाल व आप के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था। उन्होंने दिल्ली क्रिकेट संघ (डीडीसीए) विवाद में उनपर कथित तौर पर मानहानि का आरोप लगाया था। इसके साथ ही अपनी याचिका में जेटली ने कहा है कि उनके और उनके परिवार के खिलाफ लगाए गए आरोपों से उनके सम्मान को ठेस पहुंची है।
वहीं केजरीवाल ने वकील जेठमलानी ने कोर्ट से कहा था कि एक ही मामले पर उनके खिलाफ एक सिविल और एक आपराधिक दो मामले दायर किए गए हैं। इसमे से एक फैसले पर रोक लगाई जा सकती है। इस पर जेटली के वकील का कहना है कि आज के समय में शब्दों में ज्यादा ताकत होती है इसलिए मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई अन्याय नहीं होगा अगर ये दोनों मुकदमें अलग चले। इस मामले में केजरीवाल के अलावा आप नेता कुमार विश्वास, आशुतोष, राघव चड्ढा, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी के नाम शी शामिल है।