नई दिल्ली। लोढा समिति और बीसीसीआई के बीच चल रही गतिविधियों पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए बीसीसीआईचीफ अनुराग ठाकुर की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में ठाकुर की तरफ से पेश किए गए हलफनामे को झूठा पाया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के दौरान अनुराग ठाकुर से कहा कि आप कोर्ट को गलत हलफनामे पेश करके गुमराह करना चाहते हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा है कि अगर लोढ़ा समिति की सिफारिशाें को नहीं मानती है तो अनुराग ठाकुर को जेल जाना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि अनुराग ठाकुर ने कोर्ट को जो हलफनामा पेश किया है उसमें पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर पर निशाना साधा है, हलफनामे में बताया गया है कि 6 से 7 अगस्त तक फाइनेंस से जुड़े मसलों में आईसीसी की बैठक हुई थी, इसमें शामिल होने के लिए दुबई गया था, वहां मैंने शशांक के सामने सवाल उठाया था कि जब वे बीसीसीआई के प्रेसीडेंट थे तब उनका कहना था कि जस्टिस लोढ़ा की सिफारिशों पर बीसीसीआई में सीएजी का अप्वाइंटमेंट होगा, जिसके करने से बोर्ड के कामकाज में सरकार की दखल बढ़ जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के दौरान विधि मित्र एमिकस क्यूरी से पूछा कि क्या अनुराग ठाकुर ने इस मामले में जानबूझकर झूठ बोला है, इसपर कोर्ट को बताया गया है कि ठाकुर ने कोर्ट में दायर हलफनामे में झूठ कहा है कि शशांक मनोहर से बीसीआई अध्यक्ष होने के नाते उनकी राय मांगी है।