नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आज से शुरू हो रही तीन दिवसीय बैठक पर हर किसी की नजर है जिसमें संघ ने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जैसे विपक्ष के नेताओं को आमंत्रित कर सभी को चौंका दिया है।
बैठक में नहीं जाएंगे अखिलेश यादव
हालांकि अखिलेश यादव इस बैठक में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा कर चुके हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बैठक में शामिल नहीं होंगे. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष ने एक न्यूज के प्रोग्राम में कहा, “मुझे आरएसएस के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं है. मैंने केवल सरदार पटेल द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पढ़ा है और उस पाराग्राफ को पढ़कर, मेरे पास बैठक में भाग लेने का साहस नहीं है.”
आरएसएस पर कसा तंज
अखिलेश ने कहा, “मैं हमेशा इस बात पर जोर देता हूं कि सभी को उन मामलों के बारे में कम से कम पढ़ना चाहिए, जिसे सरदार पटेल ने प्रतिबंधित किया था. यह सुनिश्चित करेगा कि उन्होंने जो कुछ भी उस समय कहा था, वह स्थिति आज भी बनी हुई है.” लेकिन बसपा प्रमुख मायावती के इसमें शामिल होने की संभावना है। उनकी पार्टी की ओर से हालांकि उनके आगमन के बारे में कोई पुष्टि नहीं की गयी है।
ये भी पढ़ें-
मायावती के गठबंधन वाले बयान पर बोले अखिलेश कहा, हम दो कदम पीछे हटने को तैयार
जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खडग़े को भी आमंत्रित किया गया है लेकिन कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक इन नेताओं को न्योता नहीं भेजा गया है। संघ के नेताओं का मानना है कि इस आयोजन में लगभग 3500 लोग हिस्सा लेंगे। सूत्रों का कहना है कि बैठक में मुस्लिम और ईसाई नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।