मुरादाबाद। कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को आज 31वां दिन है। किसान और सरकार के बीच हुई कई दौर की बातचीत में कोई भी समाधान नहीं निकला है। जिसके चलते सरकार ने किसानों को बैठक के लिए प्रस्ताव भेजा है। इसके साथ ही भाजपा किसानों को कृषि कानून के मायने समझाने में लगी हुई है और हर क्षेत्र में किसान पंचायत का आयोजन कर रही है। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल किसानों के समर्थन में कृषि कानूनों का विरोध में करने में लगे हुए है। जिसके चलते विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर तीखे प्रहार करने में लगा हुआ है। इसी सिलसिले में आज सपा प्रदेशभर में ‘किसान घेरा’ कार्यक्रम कर रही है। कार्यक्रम के तहत जगह-जगह सपा कार्यकर्ताओं ने किसानों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की और बीजेपी पर निशाना साधा।
सपा सांसद एसटी हसन ने किसान चौपाल का आयोजन किया-
बता दें कि सपा द्वारा राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किसान घेरा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसके चलते सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथ भी लिया। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, “आज प्रदेश भर में काले कृषि कानूनों के विरोध में सपा द्वारा आयोजित ‘किसान-घेरा’ कार्यक्रम में लाखों किसानों ने भागीदारी कर जता दिया है कि भाजपा लाख झूठ बोले पर वो समझ गये हैं कि कृषि-क़ानून एक बड़ा छलावा हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सपा के हर नेता एवं कार्यकर्ता को बधाई! इसके साथ ही मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन ने भी अपने संसदीय क्षेत्र के भोजपुर इलाके में किसान चौपाल का आयोजन किया। एसटी हसन ने सरकार द्वारा लाए कृषि कानून को किसान विरोधी बताया। उन्होंने कहा, “पूरे देश में आज किसान परेशान हैं। किसान को अपने भविष्य की चिंता है। सरकार ने देश की सारी चीजें गिरवी रख दी हैं। अब किसान की जमीन भी गिरवी रखी जाने वाली है। जो सरकार ने कानून बनाया है उसमें गरीब का कोई ख्याल नहीं रखा गया है। हम इस कानून का पुरजोर विरोध करते हैं।