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पंजाब विधानसभा में हंगामें के बीच मजीठिया पर फेंका गया जूता

Shoe Thrown At Punjab Minister Majithia Inside Assembly पंजाब विधानसभा में हंगामें के बीच मजीठिया पर फेंका गया जूता

चंडीगढ़। कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा स्पीकर के बहस न करने देने पर कांग्रेस के 22 विधायक लगातार दो दिन से पंजाब विधानसभा के अंदर बैठे है और अपना विरोध कर रहे है। इसी बीच बुधवार को हालात तब और बिगड़ गए जब विधानसभा में प्रदेश के राजस्व मंत्री और मुख्यमंत्री के दामाद विक्रम सिंह मजीठिया पर कांग्रेस विधायक ने जूता फेंक दिया। खबर के अनुसार मजीठिया को ये जूता लगा तो नहीं और उनके बैठने की जगह से थोड़ा पहले गिर गया। जिसके बाद दोनों तरफ से जमकर खूब हंगामा किया गया। यहां तक की विधायकों ने स्पीकर पर कागज और फाइलें भी फेंकी। इसी बीच बिगड़ते हालातों को देखते हुए 200 मार्शल्स तैनात कर सरकार और स्पीकर ने पेंडिंग बिल और प्रस्ताव पास किया।

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दरअसल, पंजाब कांग्रेस के 22 विधायकों ने सोमवार को प्रदेश की शिरोमणि अकाली दल और भाजपा गठबंधन सरकार के शिलाफ कई मुद्दों पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी और वो इस पर बहस करना चाहते थे, लेकिन स्पीकर ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं थी और उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया। वहीं इस मामले पर मंगलवार को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल उनसे मुलाकात कर समाधान निकालने पहुंचे थे लेकिन अड़े विधायको ने उनकी एक न सुनी और उन्हे बैंरंग वापस लौटा दिया।

बता दें कि पंजाब विधानसभा में ऐसा पहला मामला है जब किसी पार्टी के नेताओं ने दो दिन लगातार विधानसभा में रात गुजारी। हालाकि इससे पहले ओडिशा और कर्नाटक विधानसभा में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। पहले विरोध में शामिल होने वाले विधायकों की संख्या 27 थी लेकिन एक विधायक की अचानक तबियत बिगड़ने के चलते उसे अस्पताल में भर्ती काराया गया। इन विधायकों में चार महिला विधायक भी शामिल थी जिन्हें पार्टी के आदेश के चलते घर जाने को कहा गया। इसके साथ ही अपनी मांग पर डटे विधायको का कहना है जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाएगी तब तक वो विधानसभा को छोड़कर नहीं जाएंगे।

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