मुंबई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव गुरुदास कामत ने अपने सारे पदों से इस्तीफ़ा दे दिया है। यही नहीं, उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा भी कर दी है। यही नहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के इस दिग्गज नेता ने सक्रिय राजनीति से भी संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। इस फैसले के बाद कामत पार्टी में किसी पद पर नहीं रहेंगे और न ही वह पार्टी की तरफ से कोई चुनाव ही लड़ेंगे।
सियासी गलियारों में खबर है कि महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए पी चिदंबरम को उम्मीदवार बनाने से वह नाराज थे, और यही उनके इस्तीफे की मुख्य वजह है। इसे कांग्रेस पार्टी के लिए अगले साल होनेवाले मुंबई नगर निगम चुनावों के पहले एक बड़ा झटका माना जा रहा है। कामत पिछले लगभग चार दशकों से राजनीति में सक्रिय थे।
वहीं, कामत के इस्तीफा बम से भाजपा के एकनाथ खड़से के विकेट जाने की कांग्रेस की खुशी में भी खलल पड़ गया है।
61 वर्षीय कामत ने कल शाम मीडिया को जारी एक बयान में कहा, ‘‘प्रिय मित्रों पिछले 44 वर्षों से अधिक समय से मैंने आपमें से अधिकतर के साथ काम किया है और कांग्रेस की सेवा की है। पिछले कई महीने से मैं राजनीति छोडने की जरुरत महसूस कर रहा था ताकि अन्य लोगों को मौका मिले।’