बागपत: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव द्वारा मस्जिद की अजान से नींद में खलल पड़ने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। अब इस मामले में डॉ. साध्वी प्राची का बयान आया है।
लाउडस्पीकर्स से खराब होती है नींद: साध्वी प्राची
साध्वी प्राची ने कहा कि, मस्जिदों में नमाज तो होनी चाहिए, लेकिन लाउस्पीकर्स पर नहीं बल्कि लाउडस्पीकर पर पूरी तरह प्रतिबंध लग जाना चाहिए। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि, ‘क्योंकि आजकल लोग देर से काम निपटाकर सोते हैं और छात्र भी देर तक पढ़ाई करते हैं। इसलिए सुबह अजान के लिए बजने वाले लाउडस्पीकर्स से लोगों की नींद खराब हो जाती है।’
साध्वी प्राची ने आगे कहा कि, वर्ष 2020 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का फैसला आया कि उत्तर प्रदेश के अंदर अजान बंद नहीं बल्कि लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध होना चाहिए। इसलिए शासन-प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। यह पहल उत्तर प्रदेश से ही होनी चाहिए।
‘बनना चाहिए जनसंख्या नियंत्रण कानून’
उन्होंने कहा, सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून भी लाना चाहिए, क्योंकि दो बच्चों का नियम पूरी तरह से देश हित में है। उत्तर प्रदेश से ही इसकी पहल भी होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बढ़ती जनसंख्या से देश में बेरोजगारी और भूखमरी का स्तर बढ़ता जा रहा है। साध्वी प्राची ने कहा, जनसंख्या का अनुपात बिगड़ता जा रहा है, जिससे आने वाले समय में एक बड़ी समस्या आने वाली है।
मंदिर में घुसकर फैलाते हैं लव जिहाद
उन्होंने कहा कि, मक्का मदीना से 200 किमी पहले गैर मुस्लिमों का प्रवेश निषेद्ध है, जबकि हमारी पूजा प्रद्धति और विचारधारा अलग है। शोर मचाने वाले सेक्युलरवादी लोग यह भी सुन लें कि सैकड़ों साध्वियां साध्वी प्राची के साथ मक्का मदीना में हवन करने के लिए तैयार हैं। करिए पहल, चाहिए मक्का मदीना में हवन करेंगे। मंदिर में ही पानी क्यों पिया जाता है? इसके पीछे साजिश है। ये लोग मंदिरों में पानी पीने के बहाने घुसते हैं और लव जिहाद फैलाते हैं।