नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आमदनी के मामले में भारत में असमानता लगातार बढ़ रही है और आम लोगों की आमदनी में नाममात्र का इजाफा ही हुआ है।

बता दें कि इंटरनेशनल राइट्स ग्रुप ऑक्सफैम के ताजा सर्वे के अनुसार, देश की संपत्ति के 73 फ़ीसदी हिस्से पर एक फ़ीसदी अमीर काबिज हैं। एक अख़बार में छपी खबर के मुताबिक, 67 करोड़ भारतीयों की संपत्ति में सिर्फ़ एक फ़ीसदी इज़ाफ़ा हुआ, 2016 में जो 58 फ़ीसद था, वो बढ़कर अब 73 फ़ीसदी हो गया है। भारतीय अरबपतियों की दौलत पिछले साल 4.89 करोड़ रुपये बढ़ी है, पिछले साल 17 नए अरबपति भी बने, जिससे देश में कुल अरबपतियों की संख्या 101 हो गई है।
वहीं इस सर्वे के अनुसार, ग्रामीण भारत में न्यूनतम मज़दूरी पाने वाले मज़दूर को बड़ी कंपनी के शीर्ष वेतन वाले एग्जीक्यूटिव की सालाना आय के बराबर पहुंचने में करीब 941 वर्ष लग जाएंगे। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘देश में आर्थिक नीतियां हमेशा से एक वर्ग विशेष के अनुसार ही बनी हैं। इसके चलते यह असमानता की खाई बढ़ी है, पहले इसको यूपीए ने शुरू किया था और वर्तमान सत्तारूढ़ एनडीए सरकार ने इसको और बढ़ा दिया है।