मुंबई। भारतीय संविधान के सर्वोच्च महत्व को टिकाए रखना हम सभी का कर्तव्य है। संविधान में किए गए प्रावधान के अनुसार जाति, धर्म, पंथ, लिंग, प्रदेश आदि का भेदभाव नहीं किया जा सकता है। राष्ट्रपति बनने के बाद मैं इसका पूरा प्रयास करूंगा कि सभी को समान न्याय मिले।
इस तरह का आश्वासन शनिवार को एनडीए के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद ने मुंबई में राष्ट्रीय लोकशाही आघाड़ी घटक दलों के जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए दिया है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राव साहेब दानवे, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजय वर्गीय, आरपीआई के रामदास आठवले, शिवसेना के सुभाष देसाई, राष्ट्रीय समाज पक्ष के महादेव जानकर, केंद्रीय मंत्री अनंत गीते, चंद्रकांत पाटील, विनायक मेटे आदि उपस्थित थे।
रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश के सभी राज्यों को समान विकास हो और सबको समान न्याय मिले, यह उनका प्रयास रहने वाला है। इसी प्रकार देश के युवावर्ग की आशा आकांक्षा पूर्ण हो, इस तरह की शिक्षण व्यवस्था में बदलाव लाना, शिक्षा का आधुनिकीकरण करना भी शिक्षा क्षेत्र की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति पद की गरिमा को बनाए रखने का पूरा प्रयत्न करने वाले हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि रामनाथ कोविंद के रुप में एनडीए ने कर्तव्यदक्ष व शालीन व्यक्ति को उम्मीदवारी दी है और उनके राष्ट्रपति बनने से देश को ऐतिहासिक लाभ मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि रामनाथ कोविंद में संगठन कुशलता व प्रशासकीय क्षमता कूट कूट कर भरी हुई है, इसका लाभ देशवासियों को उनके राष्ट्रपति बनने के बाद मिल सकेगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने कहा कि रामनाथ कोविंद स्वच्छ छवि के विनम्र व्यक्ति हैं, उनकी विजय निश्चित है।
शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार को जिताने की अपील शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने की है, इसलिए शिवसेना के सभी जन प्रतिनिधियों का वोट रामनाथ कोविंद को ही मतदान करने वाले हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि रामनाथ कोविंद का संबंध आंबेडकरी आंदोलन से रहा है, इसलिए उनके राष्ट्रपति बनने के बाद हर वर्ग खुश व आनंदित होने वाला है।