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3 अगस्त 2020 को मनाया जा रहा रक्षा बंधंन का पर्व इस बार क्यों है खास?

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रक्षा बंधन का त्यौहार सिर्फ हिन्दू धर्म के लिए ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लिए भी बेहद खास माना जाता है। ये त्यौहार सबसे पवित्र बंधंन बहन और भाई के रिश्ते को दर्शाता एक बेहद खूबसूरत पर्व है। इस दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती हैं और लंबी उम्र की कामना करती हैं। तो वहीं भाई भी अपनी बहन की ताउम्र में रक्षा करने का वादा करता है। इस बार रक्षा बंधंन 3 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस दिन सावन का अंतिम सोमवार है। 3 अगस्त 2020 को सावन माह की अंतिम तिथि पूर्णिमा भी है। इसी तिथि पर हर साल रक्षाबंधन मनाया जाता है।

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रक्षा बंधन का शुभ मूहूर्त
प० राजेश कुमार शर्मा भृगु ज्योतिष अनुसन्धान केन्द्र मेरठ (7017741748) ने रक्षा बंधन को लेकर शुभ महूर्त की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि, इस बार सुबह 9.29 बजे तक भद्रा रहेगी। भद्रा के बाद ही बहनों को अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधना चाहिए। 9.29 के बाद पूरे दिन राखी बांध सकते हैं।

रक्षा बंधंन क्यों मनाया जाता है?
राजसूय यज्ञ के समय भगवान कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा सूत्र के रूप मैं अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था। इसी के बाद से बहनों द्वारा भाई को राखी बांधने की परंपरा शुरू हो गई। ब्राहमणों द्वारा अपने यजमानों को राखी बांधकर उनकी मंगलकामना की जाती है। इस दिन वेदपाठी ब्राह्मण यजुर्वेद का पाठ आरंभ करते हैं इसलिए इस दिन शिक्षा का आरंभ करना अच्छा माना जाता है।क्या आप जानते हैं यह श्रावणी को होने वाला एक पर्व है। रक्षाबंधन को सलोनो नाम से भी पुकारा जाता है। यह भी कहा जाता है कि श्रावणी के दिन पवित्र सरोवर या नदी में स्नान करने के पश्चात सूर्यदेव को अर्घ्य देना इस विधान का आवश्यक अंग है। गाँवों के आसपास नदी ना होने की स्थिति में इस दिन कुएँ-बावड़ी पर भी इसकी आराधना की जाती है। इस दिन पंडित लोग पुराने जनेऊ का त्याग कर नया जनेऊ धारण करते थे।

रक्षा बंधंन का महत्व
रक्षा बंधन का पर्व विशेष रुप से भावनाओं और संवेदनाओं का पर्व है। एक ऎसा बंधन जो दो जनों को स्नेह की धागे से बांध ले। रक्षा बंधन को भाई – बहन तक ही सीमित रखना सही नहीं होगा। बल्कि ऎसा कोई भी बंधन जो किसी को भी बांध सकता है। भाई – बहन के रिश्तों की सीमाओं से आगे बढ़ते हुए यह बंधन आज गुरु का शिष्य को राखी बांधना, एक भाई का दूसरे भाई को, बहनों का आपस में राखी बांधना और दो मित्रों का एक-दूसरे को राखी बांधना, माता-पिता का संतान को राखी बांधना हो सकता है।

रक्षां बंधन सिर्फ एत त्यौहार नहीं है बल्कि एक अच्छा संदेश देता हुआ पर्व है। ये खूबसूरत त्यौहार रिश्तों की महत्वता को दर्शाता है।

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