भरतपुर के उच्चैन कस्बे में एक पिता ने अपने बेटी की शादी में दहेज के तौर पर 1 करोड़ 15 लाख 1 सौ एक रुपये दिए। ये वही दहेज है जिसे लेने-देने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। वही दहेज जिसकी बली आजतक न जाने कितनी ही महिलाएं चढ़ चुकी हैं लेकिन आज भी राजस्थान में दहेज का कारोबार खुलेआम चल रहा है।
SUSPEND ASI ने बेटी की शादी में दिए 1 करोड़ 15 लाख रुपये दहेज
भरतपुर के उच्चैन कस्बे में एक पिता ने अपने बेटी की शादी में दहेज के तौर पर 1 करोड़ 15 लाख 1 सौ एक रुपये दिए। ये वही दहेज है जिसे लेने-देने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। वही दहेज जिसकी बली आजतक न जाने कितनी ही महिलाएं चढ़ चुकी हैं लेकिन आज भी राजस्थान में दहेज का कारोबार खुलेआम चल रहा है। कानून के संरक्षण में चल रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधायक की मौजूदगी में चल रहा है। यहां लोगों को दहेज लेने में शर्म नहीं नहीं आती ना ही डर लगता है। उलटा दहेज लेने वाले सीना चौड़ा कर ये अनाउंसमेंट करते हैं कि लड़की वालों ने करोड़ों रुपये दहेज में दिए हैं।
थाल में रखी थी 500 के नोटों की गड्डियां
भरतपुर जिले के उच्चैन कस्बे के रहने वाले एक पिता ने अपनी बेटी को दहेज़ में 1 करोड़ 15 लाख 1 सौ 1 रुपये कैश दिया। यह शादी पूरे राजस्थान में चर्चा का विषय बनी हुई है। शादी का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें एक थाल में 500 के नोटों की गड्डियां रखी साफ़ दिखाई दे रहीं है। वीडियो में एक व्यक्ति दहेज में दिए गए रुपयों के बारे में भी बता रहा है। शादी में नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना सहित इलाके के कई नेता शामिल हुए। एक तरफ सरकार दहेज़ देना और लेना गलत बताती है तो दूसरी तरफ सरकार के विधायक के सामने ही इतनी बड़ी रकम दहेज़ में दी जाती है और विधायक बैठे-बैठे तालियां पीटते हैं।
मामला उच्चैन कस्बे के तियापट्टी कॉलोनी का है
मामला उच्चैन कस्बे के तियापट्टी कॉलोनी का है। बर्खास्त ASI अर्जुन सिंह ने अपनी बेटी दिव्या कुमारी की शादी करौली जिले में बड़ा गांव केमरी के रहने वाले लड़के दीपक से की है। दूल्हा एक्साइज डिपार्मेंट में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। दुल्हन के पिता अर्जुन सिंह का पुश्तैनी गांव गढ़ी बाजना थाना इलाके के थाना डांग में है। वह करीब 30 साल पहले भरतपुर के उच्चैन कस्बे में आकर रहने लग गए थे। अर्जुन सिंह राजस्थान पुलिस में नौकरी करते थे लेकिन करीब 3 साल पहले अर्जुन सिंह कामां की धीलावटी चौकी पर तैनात थे जहां से उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। अर्जुन सिंह के हिस्से में पुश्तैनी जमीन में सिर्फ 3 बीघा जमीन ही आती है। लेकिन उसके बाद भी अर्जुन सिंह इतनी बड़ी रकम दहेज़ में देते हैं।