राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
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बर्खास्त होने वालों में प्रवेशिका संस्कृत स्कूल थलिया (जालोर) के प्रिंसिपल सुरेश कुमार, सिरोही के सरकारी स्कूल के सीनियर साइंस टीचर भागीरथ, महात्मा गांधी सरकारी स्कूल जसवंतपुरा (जालोर) के सीनियर संस्कृत टीचर रावतराम, सरकारी स्कूल झाब (जालोर) के जूनियर असिस्टेंट पुखराज को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं पेपर लीक करने के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के मकान पर जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने बुलडोजर चला दिया।
CM अशोक गहलोत ने दिए बर्खास्त करने के आदेश
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में जेल में बंद आरोपी 4 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। पेपर लीक में वांछित चल रहे आरोपियों द्वारा अवैध तरीके से किए गए निर्माणों को कानूनी प्रक्रिया के अनुरूप ध्वस्त किया गया है। इस संबंध में विधानसभा से 2022 में पारित नए कानून के मुताबिक इन पर आगे भी प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। राजस्थान के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कुत्सित सोच रखने वाले बेईमानों पर राजस्थान सरकार कठोर कार्रवाई जारी रखेगी। कुछ लोग इस संवेदनशील मुद्दे पर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं। युवा इनसे सचेत रहकर आगामी भर्तियों के लिए अपनी तैयारी जारी रखें। हम एक भी मेहनती युवा के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में जेल में बंद आरोपी 4 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त (Dismissed from service) कर दिया गया है। पेपर लीक में वांछित चल रहे आरोपियों द्वारा अवैध तरीके से किए गए निर्माणों को कानूनी प्रक्रिया के अनुरूप ध्वस्त किया गया है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 13, 2023
24 दिसंबर 2022 को हुआ था पेपर लीक
आपको बता दें कि राजस्थान में द्वितीय शिक्षक भर्ती 6 फेज में आयोजित होनी थी। लेकिन, 24 दिसंबर को जनरल नॉलेज को पेपर होना था लेकिन पेपर शुरू होने से ठीक पहले पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसके कारण परीक्षा को रदद कर दिया गया था। साथ ही सरकार ने जांच के भी आदेश दे दिए थे। पेपर लीक मामले में अब तक 57 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि 46 परीक्षार्थियों को जीवन भर सरकारी नौकरी के लिए एंट्रेंस एग्जाम देने से रोक दिया गया है। पेपर लीक का मुख्य मास्टर माइंट फरार चल रहा है, लेकिन जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने मास्टर माइंट के घर पर बुलडोजर चला दिया है।