वाराणसी: शहर में ट्रैफिक जाम से आम लोगों को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यह समस्या और बढ़ जाती है, जब बीच में रेलवे क्रासिंग से सामना हो जाता है। सारनाथ को जोड़ने वाले रास्ते पर अक्सर भीषण जाम देखने को मिलता है।
रेलवे ओवरब्रिज से मिलेगी राहत
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र पर सभी की निगाहें रहती हैं, इसके अतिरिक्त यह देश की प्रसिद्ध धार्मिक-सांस्कृतिक नगरी भी है। ऐसे में सारी सुविधाओं को उपलब्ध करवाना प्राथमिकता बन जाती है। सारनाथ को शहर से जोड़ने वाले रास्ते पर आशापुर रेलवे क्रासिंग पड़ती है। यह ट्रैफिक जाम को मजबूती देने का बड़ा कारण है, ऐसे में यहां अब ओवरब्रिज का निर्माण करके राहत देने की योजना है।
मोदी मई में कर सकते हैं लोकार्पण
इसका काम लगभग पूरा हो गया है, जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा आशापुर रेलवे ओवरब्रिज का लोकार्पण हो सकता है। खबरों के अनुसार 15 अप्रैल तक इसका सारा काम खत्म कर लिया जायेगा। अभी लोड टेस्टिंग की जा रही है, फाइनल प्रक्रिया पूरी होते ही प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिख दिया जायेगा।
इसमें कुछ और फंड की जरूरत थी, जिसे रिलीज कर दिया गया है। पुल बनने की निर्धारित समय सीमा फरवरी में ही थी, लेकिन कुछ कारणों से इसमें थोड़ी देरी हो गई। अभी 98 प्रतिशत निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है, शेष काम भी जल्द ही पूरा हो जायेगा।
पूर्वांचल तक होगा सफर आसान
इस आशापुर ओवरब्रिज बनने के बाद पूर्वांचल के कई जिलों की आवाजाही बहुत ही आसान हो जायेगी। यह रास्ता गाजीपुर, आजगढ़, मऊ तक के सफर को बेहतर बनायेगा। ट्रेनों के आने-जाने से क्रासिंग भी काफी समय बंद रखनी पड़ती है, इसका खामियाजा ट्रैफिक जाम के रूप में देखने को मिलता है। अब इस पुल के निर्माण से राह आसान हो जायेगी। इसमें कुल 14 पिलर लगाए गए हैं और इसकी कुल लंबाई 680 मीटर है। निर्माण का कुछ काम रेलवे के द्वारा भी किया गया है।