गोंडा। फूलों का नाम सुनते ही अनेक प्रकार के सुगंध की अनुभूति होने लगती है, लेकिन उत्तर प्रदेश के वजीरगंज के फूलों को महिलाओं ने हाथ क्या लगाया, गोंडा की जमीन ही महक उठी।
खेतों की क्यारियों में उगने वाली फूलों की महक से अब महिलाओं की जिंदगी भी संवारने लगी है। अच्छी आमदनी से परिवार में चटख रंग भरने लगे हैं। फूल उनकी जिंदगी में खुशहाली ला रहे हैं।
वजीरगंज के गेंदा व गुलाब लखनऊ, कानपुर व कन्नौज को भा रहे हैं। यहां की महिला किसान अपने बलबूते अपनी जिंदगी को संवार रही हैं। पारंपरिक खेती के स्थान पर फूलों की हाईटेक खेती अपनाकर अपनी मेहनत और लगन से यहां की महिलाएं कृषि क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल कर रही हैं।
गेंदा की खेती करने वाली ताहिरुन्निसां ने कहा, “हम तीन बीघे में गेंदा की खेती करती हैं। एक बीघे में लगभग 10 हजार का खर्च आता है निराई, गोड़ाई और खाद सिंचाई सब मिलाकर। इसके बीज हम लखनऊ से लाते हैं। एक बीघे में करीब 25 हजार का मुनाफा होता है। इस काम में हमारे शौहर भी मदद करते हैं।”