कानपुर में गोली कांड को अंजाम देने वाला और 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाले कानपुर गैंगस्टर विकास दुबे को मध्यप्रदेश से लाते वक्त पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया।
कानपुर। कानपुर में गोली कांड को अंजाम देने वाला और 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाले कानपुर गैंगस्टर विकास दुबे को मध्यप्रदेश से लाते वक्त पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दरअसल उज्जैन से विकास दुबे को यूपी लाते वक्त गाड़ी पलट गई जिसका फायदा उठाते हुए विकास दुबे ने पुलिस का पिस्तौल छीन कर भागने की कोशिश की, इसके चलते पुलिस और विकास दुबे के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें दोनों तरफ से गोली चली। मुठभेड़ में 4 पुलिस कर्मी भी घायल हुए और विकास दुबे को भी गोली लगी जिसमें वो घायल हो गया लेकिन अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
बता दें कि विकास दुबे को लेकर सियासी घमासान भी जोरो पर है। विकास दुबे को लेकर विपक्षी पार्टी के नेताओं की जमकर प्रतिक्रिया आ रही है। अखिलेश यादव ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर ट्विट किया और कहा कि दरअसल ये कार पलटी नहीं है, बल्कि राज खिलने से सरकार पलटने से बच गई है। इससे पहले अखिलेश ने ट्विट के जरिए विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर भी सवाल उठाए थे।
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
https://www.bharatkhabar.com/police-reached-gangster-vikas-dubeys-wife-in-kanpur/
वहीं अब प्रियंका गांधी वाड्रा ने विकास दुबे के एनकाउंटर के लेकर ट्विट किया प्रियंका ने ट्विट में लिखा कि अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या? प्रियंका के ट्विट से भी यही जाहिर होता है कि उन्होंने ने भी बिना कुछ कहे सरकार को घेरने की कोशिश की है।
वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?