आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं, इस दौरान उन्होंने कहा, ‘ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर अध्यक्षता करना मेरे और भारत के लिए बड़ी ही खुशी की बात है ।वहीं पीएम मोदी ने कहा, पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
बैठक एजेंडा आपको पास भी है और आपके पास भी है। पिछले ढेड़ दसक में ब्रिक्स ने कई उपल्बधियां हासिल की हैं। आज हम विश्व की अर्थव्यवस्थाओं के लिये एक प्रभावकारी आवाज हैं। गर्व करने के लिये हमारे पास बहुत कुछ है। मोदी ने कहा कि अगले 15 वर्षों में ब्रिक्स और भी परिणामदायी हो। कोविड की महामारी में भी 150 ब्रिक्स की बैठके की गयी हैं।
Addressing the BRICS Summit. https://t.co/qBcD6hS0lL
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2021
हाल ही में पहले हेल्थ डिजिटल सम्मेलन का आयोजन हुआ । हमारे जल संसाधन मत्री ब्रिक्स कोबरेट में पहली बार मिले। आज की ये बैठक ब्रिक्स को और उपयुक्त बनाने में नयी दिशा देगी।
पुतिन ने अफगानिस्तान को लेकर जतायी चिंता
13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पुतिन ने अफगानिस्तान को लेकर कहा कि – अफगानिस्तान और देशों के लिए खतरा नहीं बनना चाहिए. पुतिन ने अफगानिस्तान के आतंकवाद और ड्रग स्मगलिंग को लेकर भी चिंता जताई । इतना ही नहीं पुतिन ने कहा, अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना और उसके सहयोगियों की वापसी ने एक नया संकट पैदा कर दिया है ।
13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की बैठक में शामिल रहे ये नेता
13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा शामिल रहे। आपको बता दें कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की बैठक को डिजिटल रखा गया। साथ ही अफगानिस्तान के हालातों पर भी बातचीत जारी है।
जानें क्या है ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ?
आपको बता दें कि ब्रिक्स पांच देशों का एक संगठन है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। और ऐसा दूसरी बार हो रहा है कि जब प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। 2016 में गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर चुके हैं।