नई दिल्ली। नीति आयोग ने देश के हर राज्य के हिसाब से हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के आधार पर केरल टॉप पर है, जबकि बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे नीचे है। हालांकि इस बात से संतोष किया जा सकता है कि हाल के समय में उत्तर प्रदेश में सुधार दिखा है। बड़े राज्यों के लिए जारी इंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक केरल के बाद पंजाब, तमिलनाडु और गुजरात का नंबर है। उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, बिहार और ओडिश का हेल्थ इंडेक्स काफी खराब रहा है। हेल्थ इंडेक्स के मुताबिक सालाना बड़े राज्यों में वृद्धि संबंधी प्रदर्शन के लिहाज से झारखंड, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश टॉप तीन रैकिंग में है। वहीं छोटे राज्यों में मिजोरम पहले स्थान पर है।
इसके बाद मणिपुर और गोवा का नंबर है। रिपोर्ट को जारी करते हुए नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि आयोग का मानना है कि हेल्थ इंडेक्स सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद के लाभ के लिए एक टूल के तौर पर काम करेगा। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर स्वास्थ्य परिणाम हासिल करने में भी तेजी आएगी। इस मौके पर बोलते हुए नीति आयोग के सदस्य विनोद पॉल ने कहा कि हेल्थ इंडेक्स द्वारा सामने रखे गए स्वास्थ्य परिणामों में पूर्ण एवं वृद्धि संबंधी परिवर्तन से राज्य एक दूसरे से सीख सकेंगे।