दार्जिलिंग में जारी हिंसा अब और भी उग्र होता जा रहा है। GJM(गोरखा जनमुक्ति मोर्चा) के अध्यक्ष बिमल गुरुंग के घर और दफ्तर में गुरुवार को छापेमारी की गई। छापेमारी में बिमल गुरुंग के घर और दफ्तर से भारी मात्रा में हथियार और नकदी बरामद की गई है। छापेमारी में बिमल गुरुंग के घर से तीर कमान, बेसबॉल स्टिक, पटाखे, चाकू और तेज धारदार हथियार बरामद हुए हैं। छापेमारी में लाखों रुपए की नकदी भी जब्त की गई है।
पुलिस के जरिए की गई इस छापेमारी में सभी चीजों समेत उनके नीजी वाहनों को भी जब्त किया गया, छापेमारी के वक्त बिमल गुरुंग अपने घर पर मौजूद नहीं थे। पुलिस प्रशासन ने GJM के युवाओं के द्वारा सार्जवनिक स्थल पर रैली की अनुमति नहीं दी गई थी। ऐसे में पहाड़ियों ने वहा पूरी तरह से बंद का आह्वान किया था। जिससे पर्यटकों को काफी परेशानियों का सामने करना पड़ा। ऐसे में बिमल गुरुंग ने सभी पर्यटकों को पहाड़ छोड़ जाने के लिए कहा। बिमल का कहना है कि जब तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आ जाती यहां कोई पर्यटन नहीं आएगा।
वही GJM कार्यकर्ताओं ने बंद का दायरा बढ़ा दिया और सरकारी दफ्तरों के अलावा पहाड़ में भी बंद का आह्वान कर दिया। वही पुलिस की बिमल गुरुंग के घर पर की गई छापेमारी के बाद GJM कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा हो गया जिसके बाद भड़के हुए कार्यकर्ताओं ने कलिमपोंग जिले के एक थाने को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान एसपी ने बताया कि GJM कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर हमला करने के लिए अपने पास हथियारों का एक बड़ा जखीरा इकट्ठा कर रखा है। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इनके ठिकानों पर छापेमारी की है। पुलिस का कहना है कि छापेमारी में भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है जिसको पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 2 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है।
आपको बता दें कि GJM के साथ GNLF (गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट) हाथ मिलाकर अपना संबंध TMC से तोड़ दिया। पार्टी का कहना है कि वह पार्टी गठन के बाद से ही गोरखालैंड के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। जीएनएलसी के साथ हाथ मिलाकर जहां एक तरफ जीजेएम खासा उत्साहित दिखाई दे रहा है तो वही उसने अपना अगल गोरखालैंड के लिए जंग और भी ज्यादा तेज कर दी है। ऐसे में गुरुवार को सरकारी कार्यालयों में बंद का तीसरा दिन है।