लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजनीति आए दिन सुर्खियों का केंद्र बनती हैं। लेकिन लखनऊ मेट्रो सुर्खियों में छाने के बाद अब इसका एक सियासत का एख अलग ही रूप देखने को मिल रहा है। दरअसल लखनऊ में मेट्रो के पहले दिन में ही खराबी के कारण मेट्रो बीच ट्रैक पर ही रुक गई। जिस कारण आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। लेकिन सपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ मेट्रो में श्रेय लेने तथा मेट्रो में आई खराबी पर सरकार को विरोध करने के लिए हंगामा खड़ा कर दिया।
मेट्रो में खराबी के कारण सरकार का विरोध कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को तिरर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दी। इस दौरान कई सपा कार्यकर्ता घायल हो गए। आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस मामले में तंज कसा है। ट्वीट कर अखिलेश यादव ने लिखा है कि ‘लखनऊ मेट्रो तो पहले से ही बनकर तैयार थी, भारत सरकार ने CMRS के जरिए NOC देने में इतना लंबा वक़्त लिया, फिर भी पहले ही दिन मेट्रो ठप !’
मेट्रो के उद्घाटन के वक्त पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट भी किया था। कहा जाता है कि लखनऊ मेट्रो अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है। मेट्रो का पिछले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव से पहले ट्रायल भी शुरू कर दिया गया था। लेकिन देखने वाली बात यह है कि सीएम योगी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह तथा राज्यपाल राम नाईक ने मिलकर मेट्रो को मंगलवार को शुरु किया था। बुधवार से आम लोगों के लिए शुरु हुई लखनऊ मेट्रो के पहले ही दिन दुर्गापुरी और मवईया के बीच मेट्रो में अचानक खराबी आ गई। जिस कारण बीच ट्रैक पर ही मेट्रो को रोक दिया गया। ट्रैक पर लोगों को मेट्रो से बाहर निकाला गया। आलमबाग में तकनीकी खराबी के चलते मेट्रो को काफी देर के लिए रोक दिया गया।