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शंघाई शिखर सम्मेलन में चीन-रूस के राष्ट्रपति से मिलेंगे प्रधानमंत्री, पाकिस्तान का होगा बॉयकाट

modi शंघाई शिखर सम्मेलन में चीन-रूस के राष्ट्रपति से मिलेंगे प्रधानमंत्री, पाकिस्तान का होगा बॉयकाट

नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में जबरदस्त सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दूसरी पारी शुरू करने के बाद अपने पहले अंतरराष्ट्रीय दौरे पर शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन सम्मेलन (SCO) में भाग लेंगे। पीएम मोदी इस सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।
लेकिन अभी तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ उनका किसी भी तरह की मुलाकात का कोई इरादा नहीं है। यह शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान के बिश्केक में 13 से 14 जून तक आयोजित होगा। अपने दूसरे कार्यकाल के लिए पीएम पद की शपथ लेने के बाद मोदी की वैश्विक नेताओं के साथ यह पहली मुलाकात होगी।
इस सम्मेलन के दौरान ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रधानमंत्री मोदी यहां अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान से भी मुलाकात कर सकते हैं, जो बिश्केक में अपने देश की ओर से इस शिखर सम्मेलन के लिए मौजूद रहेंगे। लेकिन भारतीय अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि अभी तक दोनों नेताओं के बीच किसी भी तरह की द्विपक्षीय मीटिंग की कोई योजना नहीं है।
एक अधिकारी ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के दोनों बड़े नेताओं के बीच जो मीटिंग की खबरें मीडिया में आ रही हैं वे पूरी तरह से काल्पनिक हैं। अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बात की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा जा सकता कि दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक मीटिंग हो सकती है लेकिन अभी तक दोनों के बीच किसी भी तरह की द्विपक्षीय बैठक का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।
हालांकि इस बीच अधिकारियों ने यह भी साफ किया कि पीएम मोदी के शपथ कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को न्योता नहीं देने के कोई अर्थ नहीं निकालने चाहिए क्योंकि भारत ने पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान और मालदीव जैसे अपने खास पड़ोसियों को भी इस अवसर के लिए न्योता नहीं भेजा है। सूत्रों ने बताया कि बिश्केक में आयोजित होने जा रहे इस सम्मेलन में अभी तक दोनो ही देशों की ओर से किसी भी तरह की द्विपक्षीय बैठक की कोई इच्छा नहीं जताई गई है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच हाथ मिलाना और एक बहुत छोटी सी मुलाकात जैसी संभावनाओं से फिर भी इनकार नहीं किया जा सकता।
हालांकि इस बात के कोई आसार नहीं हैं कि दोनों नेताओं के बीच किसी प्रकार की विशेष बातचीत होगी। बता दें कि भारत में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इसके बाद दोनों देशों के नेताओं ने बीते दो महीने में थोड़ा-बहुत एक-दूसरे से संपर्क रखा है।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर इमरान खान को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने जोर दिया था कि दोनों देशों को आतंक और हिंसा रहित माहौल में मिलकर काम करने की जरूरत है। इसके कुछ सप्ताह बाद इमरान खान मोदी के इस पत्र के लिए अपना आभार जताया था और उन्हें फिर से बातचीत शुरू करने के लिए धन्यवाद भी दिया था। इसके बाद हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को उनके दोबारा चुनाव जीतने के बाद फोन कर बधाई दी थी। इस बातचीत में भी मोदी ने आतंक और हिंसा को खत्म कर एस साथ काम करने के अपने इरादे को दोहराया था।

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