नई दिल्ली। उरी आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को अलद-थलग करने की अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है। एक ओर जहां भारत ने पाकिस्तान को सिंधु जल समझौता खत्म करने की चेतावनी दी है तो वहीं यूएन महासभा में पाकिस्तान को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जमकर लताड़ा है। जिसकी वजह से पाकिस्तान की सभी जगह काफी निंदा की जा रही है। वहीं मंगलवार को भारत ने पाकिस्तान को एक और झटका दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर में इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया है।
इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, क्षेत्रीय सहयोग और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। मौजूदा हालात में भारत सार्क सम्मेलन मं हिस्सा नहीं लेगा।
Regional cooperation and terror don’t go together. India pulls out of SAARC Summit in Islamabad pic.twitter.com/jabKoaBegJ
— Vikas Swarup (@MEAIndia) September 27, 2016
सार्क के नियमों के मुताबिक अगर कोई भी एक देश इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगा तो शिखर सम्मेलन नहीं हो सकता। भारत के इस सम्मेलन में हिस्सा लेने से मना कर देने के बाद ऐसी खबरें आ रही हैं कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान भी सार्क सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान पर शिकंजा कसने के लिए उससे सर्वाधिक वर्रीयता प्राप्त राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा वापिस लेने का भी संकेत दिया है जिस पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 सितंबर को बैठक बुलाई है।
बता दें कि कुछ दिन पहले उरी में हुए आतंकी हमलें में कई जवान शहीद हो गए थे जिस पर भारत ने सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था लेकिन पाकिस्तान ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि भारत बिना सबूतों के इस तरह से आरोप नहीं लगा सकता। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्यायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया और सभी सबूत उन्हें सौंपे हैं।