उधमपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की सबसे लंबी सुरंग का अनावरण करेंगे। ये सुरंग जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर चेनावी और नाशरी के बीच बनाई गई है जो कि अब तक की सबसे लंबी सड़क सुरंग है। इस सुरंग की लंबाई 9.2 किलोमीटर है जिसके चलते कश्मीर पहुंचने का रास्ता और भी ज्यादा कम हो गया है। कहा जा रहा है यह एशिया की पहली सबसे लंबी दो तरफा सुरंग होगी जो पूरी से तरह से ट्रांसवर्स वायु संचार प्रणाली से युक्त होगी।
…अब और करीब आ गया है कश्मीर:-
तकरीबन 2519 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यह सुरंग जम्मू एवं श्रीनगर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के प्रस्तावित विस्तार का हिस्सा है। सबसे दुर्गम इलाके में बनाई गई इस सुरंग से जम्मू एवं कश्मीर के बीच की यात्रा को पहले की तुलना में 2 घंटे पहले तय कर लिया जाएगा और इस सुरंग से सरकार को करीब 27 लाख रुपये के रोजाना ईंधन के बचत होने की भी उम्मीद है। इसके अलावा वायुसंचार, संचार, बिजली आपूर्ति और घटना के बारे में भी पता लगाया जा सकेगा।
ये है स्मार्ट सुरंग:-
ये सबसे बड़ी सुरंग होने के साथ-साथ सबसे स्मार्ट सुरंग भी है। इसमें विश्वस्तरीय खूबियां हैं, सुरक्षा रके चलते इस सुरंग के भीतर कई कैमरे लगे हैं जो कि 360 डिग्री व्यू देते हैं साथ ही सुरंग में मोबाइल नेटवर्क से लेकर इंटरनेट भी चल सकता है। इसके साथ ही इस सुरंग में 124 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है जिनके साथ ऑटोमैटिक इंसिडेंट डिटेक्शन सिस्टम लगा हुआ है। इन कैमरों के जरिए गाड़ी की मूवमेंट पर नजर रखी जाती है।
सुरंग में बने हैं 29 इमरजेंसी रास्ते:-
9.2 किलोमीटर बनी इस सुरंग में सुरक्षा के लिहाज से उस हर जरुरत का ध्यान रखा गया है जोकि आवश्यक है। वैसे अगर आप किसी भी सुरंग में जाते है तो वहां पर ना तो ज्यादा कैमरे लगे होते है और ना ही फोन में इंटरनेट की सुविधा का इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन इस खास सुरंग में इन दोनों चीजों पर ज्यादा फोकस किया गया है।
चेनानी-नाशरी सुरंग में बनाए गए आपातकालीन रास्ते इसे दूसरी सुरंगों से अलग करते हैं। इस सुरंग में 29 क्रॉस ओवर पैसेजेस बनाए गए हैं जो सिर्फ आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इन क्रॉस ओवर पैसेजेस से सुरंग में फंसे लोगों को फौरन बाहर निकाला जा सकता है या फिर इन्हें तुरंत सहायता दी जाएगी।
वहीं इस सुरंग के बारे में मंत्रालय का कहना है कि ”दुनिया में बहुत कम सुरंगे हैं जो पूरी तरह से एकीकृत सुरंग नियंत्रण प्रणाली है।इस सुरंग में विश्व स्तरीय सुरक्षा सुविधाएं दुर्घटना और आग जैसी घटनाओं की पहचान के लिए हैं। मोदी सुरंग का उद्घाटन करने के बाद इसी से नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण करेंगे इसके बाद वो उधमपुर में एक रैली को संबोधित करेंगे।