नई दिल्ली। संसद में हामिद अंसारी के विदाई समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके 10 के कार्यकाल को याद किया। बता दें कि हामिद अंसारी 10 साल से उप-राष्ट्रपति पद पर थे। गुरूवार को उप-राष्ट्रपति का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसी के चलते संसद में उनको विदाई देने के लिए सभी राजनीति नेता पहुंचे। जिन्होंने हामिद अंसारी के विदाई समारोह में पहुंचकर उनको विदाई दी। इसी बीच पीएम मोदी ने उनके दस साल के काम को याद किया। साथ ही पीएम नो कहा कि मैने हामिद अंसारी के साथ ज्यादा वक्त तो नहीं बिताया लेकिन जीतना भी वक्त उनके साथ गुजारा वो काफी अच्छा रहा।
बता दें की पीएम ने आगे कहा कि मैने उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी के साथ बहुत ही कम वक्त गुजारा है। उनसे ज्यादा तक मुलाकात तभी होती थी जब में विदेशी दौरे पर जाता था। या किसी भी विदेश दौरे से लौटकर आता था। तो उनके साथ विदेशी दौरे को साझा करने के लिए उनसे मुलाकात होती थी। लेकिन इस बात की खुशी है कि उनके साथ जीतना भी वक्त गुजारा वो काफी अच्छा रहा और बहुत कुछ नया सीखने को मिला। उनके साथ बिताए हुए वक्त का अनुभव भी काफी अच्छा था। पीएम ने आगे कहा कि उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी के परिवार की भी इसमें काफी अहम भूमिका रही है।
वहीं अपने विदाई समारोह से पहले हामिद अंसारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में मुस्लिम घबराहट और असुरक्षा महसूस कर रहै हैं। देश के नागरिकों की भारतीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं हामिद ने घर वापसी, भीड़ में लोगों को पीटकर मार डालने और तर्कवादियों की हत्याओं का हवाला देते हुए कहा कि इससे भारतीय मूल्य काफी कमजोर हो रहे हैं और इससे भी ज्यादा परेशान कर देने वाली बात ये है कि किसी भी भारतीय की नागरिकता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने तीन तलाक पर बोलते हुए कहा कि ये एक सामाजिक विचलन है। कोई धार्मिक जरूरत नहीं है। इसको लेकर धार्मिक राय बिल्कुल साफ है इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन पितृसत्ता ने इसमें घुसकर हालातों को ऐसा बना दिया है। जो बहुत ही अवांछिद है। हामिद ने का कि इस मामले में अदालत को दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। इसका सुधार सिर्फ समुदाय द्वारा ही हो सकता है। कश्मीर मुद्दे पर अंसारी ने कहा कि यह एक राजनीतिक समस्या है और इसका समाधान भी राजनीतिक तौर पर ही होना चाहिए।