नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के ‘अलग थलग’ पड़े रहने की स्थिति खत्म करने के लिए उसका विशेष दर्जा हटाया गया। उसके अलग-थलग पड़े रहने के कारण युवा ‘भटक गए, कट्टरपंथी बन गए और हिंसा तथा आतंकवाद की राह पर चल पड़े।’
मोदी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण पर संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे। उन्होंने शुक्रवार को खलीज टाइम्स को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनकी सरकार ने जम्मू कश्मीर के अलग-थलग पड़े रहने की स्थिति को खत्म करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किया जिससे चलते वह ‘कुछ लोगों के निहित स्वार्थों’ के कारण विकास से वंचित रहा।
उन्होंने कहा, अलग-थलग पड़े रहने की इस स्थिति से कुछ युवा पथ से भटक गए, कट्टरपंथी बन गए और हिंसा तथा आतंकवाद के रास्ते पर चल पड़े।
उन्होंने कहा, हम इन प्रवृत्तियों को अपने मैत्रीपूर्ण समाज में पैर जमाने और पूरे देश की वृद्धि एवं विकास के उद्देश्य से भटकाने नहीं दे सकते। यूएई और उसके नेतृत्व ने हमारे कदमों को लेकर जो समझ दिखाई, मैं उसकी सराहना करता हूं।
संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बारे में और यह पूछने पर कि क्या खाड़ी देश भारत की चिंताओं को समझते हैं, इस पर मोदी ने कहा, जहां तक अनुच्छेद 370 का संबंध है, हमने पूरी तरह से लोकतांत्रिक, पारदर्शी और संवैधानिक तरीके से अपने आंतरिक फैसले लिए।