लखनऊः भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 68वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए उनके राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने वाले प्रयासों को याद किया।
Remembering Dr. Syama Prasad Mookerjee on his Punya Tithi. His noble ideals, rich thoughts and commitment to serve people will continue to inspire us. His efforts towards national integration will never be forgotten.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 23, 2021
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद कर रहा हूं। उनके महान आदर्श, समृद्ध विचार और लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करती रहेगी। राष्ट्रीय एकता के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।’
डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर में धारा 370 को पूरी तरह समाप्त करते हुए वहां के विकास की एक नई रूपरेखा तैयार की: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/x9C42vc5K5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल पहुंचकर प्रमित पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि दी। सीएम ने कहा कि ‘डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर में धारा 370 को पूरी तरह समाप्त करते हुए वहां के विकास की एक नई रूपरेखा तैयार की’।
देश की एकता और अखंडता का जो पाठ श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने पढ़ाया था, आज वह आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में चरितार्थ होते हुए दिखाई दे रहा है।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना आज साकार हो रही है, यही डॉ. मुखर्जी के प्रति भारत की विनम्र श्रद्धांजलि है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 23, 2021
भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, महान राष्ट्रभक्त, प्रखर शिक्षाविद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के 68वें बलिदान दिवस के अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों की ओर से उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं… pic.twitter.com/7nvOQbYfW4
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 23, 2021
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए मुखर्जी को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का शिल्पी बताया। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने सत्ता की लालसा नहीं बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर जनसंघ की स्थापना की।
डॉ मुखर्जी ने देश की अस्मिता व अखंडता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने भारत का पुनः विभाजन होने से बचाया। उनका त्याग, समर्पण और उनके आदर्श युग-युगांतर तक आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन।
— Amit Shah (@AmitShah) June 23, 2021
महान राष्ट्रवादी नेता व चिंतक, जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा देने और देश की एकता व अखंडता हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को उनके बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 23, 2021
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ट्वीट कर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda भाजपा केंद्रीय कार्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए।
https://t.co/6Epb9EYwtg— BJP (@BJP4India) June 23, 2021
बता दें कि मुखर्जी ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने द्वारा कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत विशेष राज्य का दर्जा देने का विरोध किया था। 11 मई 1953 को परमिट सिस्टम का उल्लंघन कर कश्मीर में उन्होंने प्रवेश किया, जिसके खातिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 23 जून को जेल में ही उनकी रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई।
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के शिल्पी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने के पक्षधर थे। वें मानते थे कि विकास में जनभागीदारी के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने सत्ता की लालसा नहीं बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर जनसंघ की स्थापना की। pic.twitter.com/NIHwVo1u64
— Amit Shah (@AmitShah) June 23, 2021
पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाती है भाजपा
कश्मीर से धारा 370 को हटाना बीजेपी के लिए बेहद अहम और पुराना मुद्दा था। साल 2019 में जब भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो उसने सबसे पहले पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में धारा 370 को समाप्त किया।