लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग में प्रशासनिक पदों पर कार्यरत अफसर अब मरीजों को इलाज देने में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे। हालांकि मरीजों के इलाज के शासनादेश पहले भी थे, लेकिन अफसर प्रशासनिक कार्यों में व्यस्त रहने के कारण मरीजों को सीधे इलाज देने का काम नहीं कर पाते थे।
यह सब कुछ संभव हो सका है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद, अब प्रशासनिक अधिकारी अपने हाथों से मरीजों को इलाज दे रहे।
राजधानी के महानगर स्थित भाउराव देवरस अस्पताल में बीते सोमवार को लखनऊ के अपर निदेशक डॉ गिरिजा शंकर बाजपेई पहुंचे और उन्होंने ऑपरेशन थिएटर के अंदर सर्जरी के लिए आए मरीजों को एनेस्थीसिया दी, बता दे डॉ गिरजा शंकर बाजपेई एनेस्थीसिया विशेषज्ञ हैं।
इस दौरान अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर सी सिंह तथा डॉ एम ज़ेड सिद्दीकी ने मरीजों की सर्जरी की है। इन दोनों चिकित्सकों को सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल है।
आज मंगलवार को भी अपर निदेशक ने सर्जरी के लिए पहुंचे मरीजों के इलाज में अपना योगदान दिया है।
भाऊराव देवरस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष शुक्ला ने बताया है कि सोमवार व मंगलवार को 5 बड़े ऑपरेशन हुए हैं। जिसमें मुख्य रुप से पित्त की थैली की पथरी तथा हर्निया का ऑपरेशन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अपर निदेशक तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के साथ अस्पताल के सर्जन ने मिलकर ऑपरेशन को किया है। उन्होंने बताया कि इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को यहां के सर्जन ने ऑपरेशन की सलाह दी थी, जिसके बाद कोविड तथा खून की प्रमुख जांच करा कर मरीजों को सोमवार तथा मंगलवार का समय सर्जरी का समय दिया गया था।