चमोली। श्री हेमकुंड साहब के प्रमुख के पड़ाव गोविंदघाट में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ती दिखाई दी है ,जहां लोग खुले में शौच करते नजर आ रहे है ,यहां सार्वजनिक शौचालय तो बनाए गए हैं लेकिन इनके गेट पर लटके ताले ये साबित कर रहे है की यहां की सार्वजनिक सुविधाएं ठीक नहीं है।
इस दौरान हेमकुंड साहिब पहुंच रहे हजारों यात्री खुले ही शौच करने के लिए मजबूर हो गए। खुले में शौच करने का असर हिमालयी क्षेत्र के पर्यावरण पर पड़ रहा है। बनाए गए सार्वजनिक शौचालयों में पानी की व्यवस्था ना होने के कारण प्रबंधक कमेटी शौचालयों को लेने से साफ मना कर रही है।
यात्रा के शुरू होने से पहले सभी पड़ावों पर व्यवस्थाएं को चुस्त दुरुस्त करने के बड़े-बड़े वादे किए गए थे,लेकिन यात्रा के मुख्य पड़ाव गोविंदघाट पर यात्रियों के लिए बनाए गए सार्वजनिक शौचालयों के गेट पर अभी तक ताले लटके हुए हैं। महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय बनवाए गए हैं।
शौचालयों की सारी चाबी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को दी गई हैं,लेकिन गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने कहा की शौचालयों में पानी की अव्यवस्था होने के कारण कमेटी ने इन्हें लेने से मना कर दिया है। अब गुरुद्वारा के पेयजल कनेक्शन से शौचालयों में पानी की व्यवस्था कि जा रहा है। जिसके बाद ही शौचालयों को सेवा में लाया जाएगा।