हैदराबाद। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की ओर काम करना चाहिए। नायडू ने कहा कि रविवार को उड़ी जिले में हुए हमले की साजिश रचने वाले देश को सबक सिखाने का सही समय आ गया है। नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान आतंकवादियों को उकसा रहा है, उन्हें वित्तीय सहायता तथा प्रशिक्षण दे रहा है और यह उसकी राज्य नीति बन गई है।”
पाकिस्तान पर भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की साजिश का आरोप लगाते हुए नायडू ने कहा, “वह भारतीय अर्थव्यवस्था को शक्तिहीन करना चाहते हैं और देश को कमजोर बनाना चाहते हैं।”
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नायडू ने कहा, “देश की सहनशक्ति अब समाप्त हो चुकी है और अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को और इसके साजिशकर्ताओं को सबक सिखाया जाए।”
केंद्रीय मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से साथ आकर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की अपील की। उन्होंने कहा, “वैश्विक समुदाय को एकसाथ होकर पाकिस्तान को अलग-थलग कर देना चाहिए और इसे एक आतंकवादी देश घोषित करना चाहिए। इसके साथ ही पड़ोसी देश को सैन्य तथा अन्य प्रकार की सहायता देना भी बंद कर देना चाहिए।”
नायडू ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को आतंकवाद के मुद्दे को गंभीर रूप से लेना चाहिए, क्योंकि यह मानवता का दुश्मन है। जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी जिले के सैन्य शिविर में रविवार सुबह हुए आतंकवादी हमले में अबतक 18 जवान शहीद हो चुके हैं, जिसके बाद सोमवार को नायडू ने यह बयान दिया है। भारतीय सेना का कहना है कि यह आतंकवादी हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने कहा कि विश्व के सभी देशों को साथ आकर पाकिस्तान के इस घिनौने कृत्य की निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने स्वयं को एक दुश्मन देश साबित कर दिया है और वह जनरल परवेज मुशर्रफ तथा अटल बिहारी वाजपेयी के समय के दौरान किए गए वादों पर नहीं चल रहा है।” नायडू ने कहा, “वे अपने वादों से पीछे हट रहे हैं।”