featured दुनिया

पाकिस्तान के डाक विभाग ने जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों पर जारी किया 20 डाक टिकट

पाकिस्तान के डाक विभाग ने जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों पर जारी किया 20 डाक टिकट

नई दिल्ली:पाकिस्तान में राजनीतिक परिवर्तन हो चुका है और नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमराम खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शांति वार्ता शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। इसी बीच ऐसा लगता है कि पड़ोसी देश अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला है। उसने एक बार फिर से भारत को उकसाने का काम किया है। दरअसल पाकिस्तान के डाक विभाग ने जम्मू और कश्मीर में मारे गए आतंकियों पर 20 डाक टिकट जारी किया हैं।

 

imran khan pak पाकिस्तान के डाक विभाग ने जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों पर जारी किया 20 डाक टिकट

 

ये भी पढें:

पाकिस्तानी रेंजरों और बैट ने बीएसएफ के एक जवान का अपहरण कर की निर्मम हत्या
एशिया कप: भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट से हराया, रोहित-धवन ने खेली शानदार पारी

 

आतंकियों के अलावा दूसरे लोग भी शामिल हैं जिन्हें कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा पीड़ित करार दिया गया है। डाक विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन टिकटों को कराची से जारी किया गया है। कराची में ही डाक विभाग का मुख्यालय है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने ऐसा भारतीय उत्पीड़न के खिलाफ जंग में खुद को कश्मीरियों के साथ दिखाने के लिए किया है।

 

अधिकारी ने कहा कि इसके (डाक टिकट) जरिए हमने कश्मीर के लोगों की समस्या को स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने कि कोशिश की है। केवल इतना ही नहीं आतंकियों की तस्वीरों के नीचे कैप्शन लिखकर उन्हे शहीद घोषित करने की कोशिश भी पाकिस्तान ने की है। टिकटों पर लिखा है- केमिकल हथियारों का इस्तेमाल, पेलेट गन का इस्तेमाल, सामूहिक कब्र और बुरहान वानी फ्रीडम आइकॉन (1994-2016)।

 

ये भी पढें:

भारत से नाराज हुए पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद, उठाए सवाल
Ind vs pak जाधव की फिरकी में फंसे पाकिस्तानी बल्लेबाज, 121 के स्कोर पर गवाए 7 विकेट

Related posts

पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर रखा जाएगा लखनऊ का दिल कहे जाने वाले चौराहे का नाम

mahesh yadav

तमिलनाडु में मोदी सरकार पर बरसे राहुल, कहा- शिक्षा नीति में बदलाव से पहले छात्रों और प्रोफेसर से हो चर्चा

Yashodhara Virodai

केजीएमयू: कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुये कुलसचिव ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र

Shailendra Singh